इजराइल और ईरान के बीच जंग के आसार नजर आ रहे है। ईरान बदले की आग में जल रहा है और इजराइल को चेतावनी भी दे रखी है। माना जा रहा है कि ईद के बाद ईरान इजराइल कभी भी पर हमला कर सकता है। यह कयास इस वजह से भी लगाए जा रहे हैं क्योंकि ईरान के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मोहम्मद बघेरी ने इजराइल से बदला लेने का एलान किया था। ईरान आखिर इजराइल से किस बात का बदला लेना चाहता है यह हम आपको खबर में आगे बताएंगे। लेकिन, पहले यह जान लीजिए कि ईरान की तरफ से किसी भी संभावित हमले को लेकर इजराइल के रक्षा मंत्री ने किस तरह की प्रतिक्रिया दी है।
बर्दाश्त नहीं करेंगे हमला
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने साफ कर दिया है कि ईरान के किसी भी हमले का इजराइल माकूल जवाब देगा। रक्षा मंत्री के कार्यालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, गैलेंट ने अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन से कहा, “सीधे हमले के लिए ईरान के खिलाफ उचित इजराइली प्रतिक्रिया जरूरी होगी।” इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से फोन पर बातचीत की है। फोन पर बातचीत के दौरान गैलेंट ने ऑस्टिन को इजराइली तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया और इस बात पर जोर दिया कि इजराइल अपने क्षेत्र पर ईरानी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा।
Spoke this evening with @SecDef and detailed Israel's readiness and preparations to defend our citizens. I emphasized that the State of Israel will not tolerate an Iranian attack on its territory. A direct Iranian attack would require an appropriate Israeli response against Iran.
— יואב גלנט – Yoav Gallant (@yoavgallant) April 11, 2024
संयम बरतने की अपील
इजरायल और ईरान के बीच जंग के बढ़ते खतरे को लेकर रूस और जर्मनी ने मध्य पूर्व के देशों से संयम बरतने की अपील की है। जर्मनी की लुफ्थांसा एयरलाइंस ने युद्ध के खतरे को देखते हुए तेहरान के लिए अपनी उड़ानों का निलंबन बढ़ा दिया है। रूस ने भी मध्य पूर्व की यात्रा को लेकर चेतावनी जारी कर दी है। संयुक्त राष्ट्र में तेहरान के मिशन ने कड़े लहजे में कहा है कि अगर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने हमले की निंदा की होती और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया गया होता तो “ईरान के लिए इस दुष्ट देश को दंडित करने की अनिवार्यता” से बचा जा सकता था।
बदला क्यों चाहता है ईरान
बता दें कि, ईरान ने एक अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में अपने दूतावास परिसर पर हुए हवाई हमले का बदला लेने की कसम खाई है। इस हमले में एक शीर्ष ईरानी जनरल और छह अन्य ईरानी सैन्य अधिकारियों की मौत हो गई थी। इजरायइल ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा है कि इजराइल को दंडित किया जाना चाहिए, क्योंकि यह ईरानी धरती पर हमले के समान था।