इजरायल और हमास के बीच जंग भले ही संघर्ष विराम के कारण रुकी है. लेकिन हमास के खिलाफ इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का रुख अब भी वही है. रविवार को इजरायली पीएम ने गाजा में दाखिल होकर दुनिया को बता दिया कि हमास के खात्मे तक जंग जारी रहेगी. नेतन्याहू अपने सहयोगियों के साथ हसाम के इलाके में दाखिल हुए. सैनिकों से मुलाकात कर उन्होंने कहा कि हमास के अंत तक यह युद्ध जारी रहेगा.
हमास के इलाके में बेंजामिन नेतन्याहू
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा में इजराइली नियंत्रण के स्पष्ट संकेत देते हुए रविवार को अपने वरिष्ठ सहयोगियों के साथ हमास के शासन वाले इलाके में दाखिल हुए और इजराइली सैनिकों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया. इस दौरान उन्होंने ‘अंत तक’ लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया. एक आधिकारिक प्रेस वक्तव्य में कहा गया है कि नेतन्याहू ने कमांडरों और सैनिकों से सुरक्षा जानकारी हासिल की और एक सुरंग का दौरा किया.
क्या बोले नेतन्याहू?
नेतन्याहू ने कहा, ‘हम अपने वीर सैनिकों के साथ यहां गाजा पट्टी में हैं. हम अपने बंधकों को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, और अंत में हम उन सभी को वापस ले आएंगे. इस युद्ध में हमारे तीन लक्ष्य हैं: हमास को खत्म करना, हमारे सभी बंधकों को छुड़ाना और यह सुनिश्चित करना कि गाजा फिर से इजराइल के लिए खतरा न बने.’ इजरायल के प्रधानमंत्री के साथ ‘चीफ ऑफ स्टाफ’ तजाची ब्रेवरमैन और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निदेशक तजाची हानेग्बी समेत कई अधिकारी मौजूद थे.
हमास ने 17 बंधकों को रिहा किया
उधर, हमास के उग्रवादियों ने रविवार को संघर्ष विराम समझौते के तहत 14 इजराइली सहित 17 और बंधकों को रिहा कर दिया. इस प्रकार हमास ने बंधकों के तीसरे समूह को मुक्त किया है. रेड क्रॉस के प्रतिनिधियों ने रविवार देर रात रिहा किए गए समूह को गाजा से बाहर स्थानांतरित कर दिया. कुछ को सीधे इजराइल को सौंप दिया गया, जबकि अन्य मिस्र के रास्ते चले गए. सेना ने कहा कि बंधकों में से एक को विमान से सीधे इजराइली अस्पताल ले जाया गया.
50 के बदले 150 बंधक
समझौते के तहत इजराइल को रविवार को 39 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करना था. यह लगातार तीसरा दिन था जब हमास ने फलस्तीनी कैदियों के बदले में गाजा में बंधक बनाकर रखे गए इजराइली बंधकों को रिहा किया. चार दिवसीय संघर्ष विराम समझौते के तहत सोमवार को अंतिम दिन चौथे समूह की अदला-बदली होने की उम्मीद है. समझौते के तहत कुल 50 बंधकों और 150 फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाना है.