भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर एससीओ के शासनाध्यक्षों की परिषद की 23वीं बैठक में शामिल होने के लिए पाकिस्तान पहुंच गए हैं। शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में शामिल होने के लिए भारत के विदेश मंत्री 9 साल में पहली बार पाकिस्तान पहुंचे हैं। भारतीय विदेश मंत्री का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। उन्होंने हाल ही में कहा था कि किसी भी पड़ोसी देश की तरह भारत पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध चाहेगा। लेकिन, यह सीमापार आतंकवाद को नजरअंदाज करके नहीं हो सकता।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ डिनर का आयोजन करेंगे और इसके साथ ही एससीओ समिट की शुरुआत होगी। पिछले कई वर्षों से दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में जारी तनाव के बीच भारत की ओर से पाकिस्तान की यह पहली उच्च स्तरीय यात्रा है।
#WATCH | EAM Dr S Jaishankar arrived in Rawalpindi, Pakistan this evening for the 23rd Meeting of SCO Council of Heads of Government.
(Video: ANI; visuals earlier this evening) pic.twitter.com/7fqaGUSe0k
— ANI (@ANI) October 15, 2024
भारत-पाक के बीच नहीं होगी द्विपक्षीय वार्ता
यहां यह भी बता दें कि, दोनों पक्षों ने एससीओ शासनाध्यक्षों के शिखर सम्मेलन से इतर जयशंकर और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इशाक डार के बीच किसी भी द्विपक्षीय वार्ता से इनकार किया है। पाकिस्तान की यात्रा करने वाली भारत की आखिरी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज थीं। उन्होंने अफगानिस्तान पर एक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दिसंबर 2015 में इस्लामाबाद की यात्रा की थी। पाकिस्तान ने एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता दिया था।
#WATCH | EAM Dr S Jaishankar arrives in Rawalpindi, Pakistan for the 23rd Meeting of SCO Council of Heads of Government.
(Source: PTV) pic.twitter.com/BMIxwWWINk
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सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एससीओ समिट को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा कर्मियों को होटलों और उन स्थानों पर तैनात किया गया है जहां विदेशी प्रतिनिधिमंडल ठहरे हुए हैं। पाकिस्तानी सेना, खुफिया एजेंसियां, फ्रंटियर कोर (एफसी) एवं रेंजर्स के कर्मियों को भी तैनात किया गया है।