भारत और चीन के बीच सीमा विवाद होने के बावजूद दोनों देशों के बीच कारोबारी रिश्ते तेजी से बढ़ ही रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर पाकिस्तान अपनी ओछी हरकतों से अपनी खुद की किरकिरी करवा लेता है। भारत के साथ उसके सम्बंध भी कभी भी अच्छे नहीं रहे हैं। यही कारण है कि चीन ने पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करते हुए उसे नसीहत दी है कि ‘भारत से पाकिस्तान को कुछ सीखना चाहिए।’ चीन के एक विशेषज्ञ ने पाकिस्तान को भारत से सीखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि ने बीते कुछ वर्षों में जिस तरह का विकास किया है, उससे पाकिस्तान को सीखना चाहिए। दरअसल, हाल ही में भारत और पाकिस्तान दोनों देशों ने अपना स्वतंत्रता दिवस मनाया। इस दौरान खुद पाकिस्तान में भी यह चर्चा चली कि आज भारत कहां तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है और पाकिस्तान कितना पीछे खड़ा है।
पाकिस्तान को नसीहत देने वाले चीन विशेषज्ञ का नाम हु शिशेंग है। वे बीजिंग में चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ कंटेम्परेरी इंटरनेशनल रिलेशंस (सीआईसीआईआर) के इंस्टीट्यूट ऑफ साउथ एशियन स्टडीज के निदेशक हैं। उन्होंने पकिस्तान के एक कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बोलते हुए कहा है कि पाकिस्तान को भारत की तरफ देखना चाहिए और उससे सीखना चाहिए। भारत के विकास पर ध्यान देना चाहिए।
भारत की तरह विकास क्यों नहीं कर पाया पाकिस्तान?
उन्होंने आगे कहा कि भारत का यह तीव्र विकास मुख्य रूप से गुजरात मॉडल पर आधारित है। पाकिस्तान इस तरह का विकास क्यों नहीं कर पाया। सोचना चाहिए कि इस तरह के मॉडल के तहत विकास क्यों नहीं हो पाया। इस दौरान चीनी विशेषज्ञ ने यह भी सुझाव दिया कि पाकिस्तान को नई योजनाएं शुरू करने की बजाय बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर ही ध्यान देना चाहिए और उन्हें पुनर्जीवित करना चाहिए। ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे बेकार न रहें’।
आत्मनिर्भरता बढ़ाने को कहा
चीनी विशेषज्ञ ने पाकिस्तान को अपने वित्तीय घाटे को दूर करने, कारोबार को सुधारने व इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने की बात कही। साथ ही कहा कि इसके लिए ‘आत्मनिर्भरता’ को बढ़ाना होगा। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान से अपने विकास परियोजना में भागीदारी के लिए नए क्षेत्रीय साझेदारों को लाने का प्रयास करने की बात भी कही।
इमरान खान ने भी की थी भारत की तारीफ
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी अपनी कई रैलियों में भारत की तारीफ कर चुके हैं। भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व और शहबाज शरीफ जो कि हाल के दिनों तक पाकिस्तान के पीएम थे, उनकी अक्षमताओं की तुलना कई बार कर चुके हैं। इमरान खान ने भारत की तारीफ करते हुए पाकिस्तान को सीखने की सलाह दी थी। खान ने कहा था कि जो नई टेक्नोलॉजिकल रेवोल्यूशन है आईटी की, हिंदुस्तान उसमें बीस साल पहले किधर था और आज उसकी एक्सपोर्ट देंखे और आज हमें देखें। भारत हमसे कहीं आगे है। भारत के आईटी सेक्टर ने बेइंतहा तरक्की की है।