देश के पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि अमेरिका समेत कई देशों की तुलना में अल्पसंख्यक भारत में अधिक सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता भारत के खून में है। बता दें कि वेंकैया नायडू सोमवार को वाशिंगटन में नेशनल काउंसिल ऑफ एशियन इंडियन एसोसिएशन की तरफ से आयोजित भारतीय-अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
भारत के खिलाफ चल रहा प्रोपेगेंडा
इस दौरान उन्होंने कहा, ‘भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है। पश्चिमी मीडिया के कुछ वर्ग भी इसमें शामिल हैं। पश्चिमी मीडिया का कुछ हिस्सा भारत के खिलाफ, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर प्रोपेगेंडा में शामिल हो गया है। उन लोगों को बताना चाहता हूं कि भारत में अल्पसंख्यक अन्य कहीं देशों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित है। आपको पता ही है कि भारत में क्या हो रहा है और अन्य देशों में क्या हो रहा है। आप जानते हैं कि भारत के साथ भेदभाव हो रहा है।’
భారత్ మళ్లీ విశ్వ గురు స్థానంలోకి రావాలి. ఒకప్పడు ప్రపంచానికి జ్ఞానాన్ని, విజ్ఞానాన్ని అందించిన దేశం భారత దేశం. నలంద, తక్షశిల వంటి విశ్వవిద్యాలయాలకు ప్రపంచవ్యాప్తంగా వివిధ ప్రదేశాల నుంచి జ్ఞానసముపార్జనకు వచ్చేవారు. ఇక్కడి నుంచి నేర్చుకుని ప్రపంచం నలుచెరుగులా ఆ విద్యాసంపదను… pic.twitter.com/bQq84MCjHV
— M Venkaiah Naidu (@MVenkaiahNaidu) July 9, 2023
नायडू ने आगे कहा, ‘जो लोग देश छोड़कर जाना चाहते थे वो पहले ही पाकिस्तान जा चुके हैं। जो यहां रहना चाहते थे वो लोग भारत में हैं। भारत में धर्मनिरपेक्षता इसलिए है, क्योंकि यह भारतीय लोगों के खून में है।
पाकिस्तान को चेतावनी
इसके अलावा नायडू ने पाकिस्तान को चेतावनी भी दी। उन्होंने पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप ना करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।
वेंकैया नायडू ने 41वें वार्षिक अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (एएपीआई) में अपने मुख्य भाषण में स्वस्थ जीवन के लिए जीवनशैली में बदलाव के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सदस्यों से अपने मूल स्थान वापस देने का आग्रह किया। नायडू ने अपनी मातृभूमि की देखभाल के महत्व पर प्रकाश भी डाला।