ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी संगठन जैश अल अदल के ठिकानों पर हमला किया था. हमले के 24 घंटे बाद पाकिस्तान ने ईरान को जवाब दिया है. पाकिस्तान की वायुसेना ने पूर्वी ईरान के सरवन शहर में बलूच आतंकी समूह पर एयरस्ट्राइक किया है. पाकिस्तान की सेना के मुताबिक, वायुसेना ने बुधवार रात पूर्वी ईरान में सरवन शहर के पास बलूच आतंकवादी समूह पर कई हवाई हमले किए हैं. हमले के बाद शहर में धुआं फैल रहा है.
इस बीच, ईरानी सेना का बयान भी सामने आया है. उसने कहा है कि पाकिस्तान-ईरान बॉर्डर पर एक आतंकी हमले में एक कर्नल की मौत हो गई है. कर्नल हुसैन अली पर आतंकियों ने हमला किया था. वह IRGC के सलमान यूनिट में तैनात थे. इसी यूनिट ने पाकिस्तान के जैश अल अदल के खिलाफ ख़ुफिया सूचना दी थी. पाकिस्तान के ईरान पर किए गए एयरस्ट्राइक से ठीक पहले IRGC के अधिकारी को मारा गया था.
इससे पहले सूत्रों से जानकारी आई थी कि पाकिस्तान में हमले के बाद सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में ईरानी ठिकाने हाई अलर्ट पर हैं. वे जवाबी हमलों की तैयारी कर रहे हैं. जाहेदान में शाहिद अली अरबी एयर बेस को अलर्ट पर रखा गया है. पाकिस्तान ने ये हमला ईरान की एयरस्ट्राइक के जवाब में दिया है. मंगलवार को ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में जैश अल अदल के ठिकानों पर हमला किया था, जिसमें 2 बच्चों की मौत हो गई थी.
Baloch militants scramble after Pakistan Air Force attacks targets in Iran. pic.twitter.com/kekfrx3CUa
— Islamabad Insider (@IslooInsider) January 18, 2024
ईरान के हमले की पाकिस्तान ने निंदा की थी. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमला अच्छे पड़ोसी की निशानी नहीं है. इसके गंभीर परिणाम होंगे. हमले के बाद पाकिस्तान ने ईरान से अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया. यही नहीं उसने सभी आगामी उच्च स्तरीय द्विपक्षीय यात्राएं निलंबित कर दीं.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा, ईरान द्वारा बिना उकसावे के पाकिस्तान की संप्रभुता का खुल्लमखुल्ला उल्लंघन किया जाना अंतरराष्ट्रीय कानून तथा संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों का उल्लंघन है. यह गैर कानूनी कार्रवाई बिल्कुल अस्वीकार्य है और उसे किसी भी तरह से सही नहीं ठहराया जा सकता. उसने कहा, पाकिस्तान को इस अवैध कृत्य का जवाब देने का हक है. इसके परिणामों की पूरी जिम्मेदारी ईरान पर होगी.
सीन-1
ईरान में पिछले दिनों हमले हुए थे जिसमें 100 लोगों के मारे जाने की खबर आई. वहां के लीडरों ने इजरायल को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. इस्लामिक स्टेट का भी नाम आया. ऐसे में ईरान ने इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के कथित गुप्त बेस को इराक में निशाना बनाया. इसमें मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया. सीरिया में इस्लामिक स्टेट आतंकियों के ठिकानों पर भी बम गिराए गए. किसी एक देश के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई का संदेश अलग होता. ऐसे में ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में भी एक्टिव जैश अल-अदल आतंकी संगठन के ठिकानों पर मिसाइलें दागीं.
सीन-2
पाकिस्तान का नाराज होना तय था. ऐसे में मुस्लिम देश को मनाने के लिए ईरान के विदेश मंत्री ने कल दिन में पाकिस्तानी समकक्ष से संपर्क साधने की पहल शुरू की. तब तक पाकिस्तान ने ईरान से अपने राजदूत बुला लिए थे और सभी द्विपक्षीय दौरे रद्द कर दिए गए. ईरान का बयान आ चुका था कि उसने ईरानी आतंकी समूह को टारगेट किया है किसी भी मित्र देश या पाकिस्तानी नागरिकों पर हमला नहीं किया गया.
हालांकि पाकिस्तान को यह बात अखर रही थी कि पहले भारत और अब ईरान ने एयरस्ट्राइक कर दी. इससे दुनिया में मैसेज गया कि अब जो चाहेगा पाकिस्तान में घुसकर मारेगा. ईरानी विदेश मंत्री का फोन आया तो पाकिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री युगांडा में थे. वह एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मीटिंग के सिलसिले में गए हैं. उधर बात चल रही थी इधर पाकिस्तान के भीतर सर्द मौसम हमले के बाद गर्म हो चला था.
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Foreign Minister receives telephone call of the Foreign Minister of Iran
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— Spokesperson 🇵🇰 MoFA (@ForeignOfficePk) January 17, 2024
सीन-3
17 जनवरी रात 10.33 बजे पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से बयान जारी हुआ. इसमें बताया गया कि पाक विदेश मंत्री के पास ईरानी समकक्ष का फोन आया था. पाक विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने पाक सरजमीं पर ईरानी अटैक की निंदा की और इसे देश की संप्रभुता का उल्लंघन बताया. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन के साथ द्विपक्षीय रिश्तों के लिए भी इसे ठीक नहीं कहा. तीन पैराग्राफ के बयान के आखिरी हिस्से में नजर डालें तो उसकी आखिरी लाइन में यह संकेत मिलता है कि पाकिस्तान ने इशारा कर दिया था कि वह रुकने वाला नहीं है. जी हां, इसमें लिखा गया है, ‘विदेश मंत्री ने कहा (फोन पर) कि इस तरह के उकसावेपूर्ण कदम पर पाकिस्तान को जवाब देने का अधिकार है.’ कुछ घंटे बाद ही ईरान में बलूच आतंकियों के ठिकानों पर पाकिस्तान ने एयरस्ट्राइक कर दी.
भारत क्या बोला?
पाकिस्तान में ईरान के हमले पर भारत ने भी प्रतिक्रिया दी. भारत ने कहा कि वह देशों द्वारा अपनी आत्मरक्षा में की जाने वाली कार्रवाइयों को वह समझता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि यह ईरान और पाकिस्तान के बीच का मामला है और इस बात पर जोर दिया कि भारत आतंकवाद के प्रति कत्तई बर्दाश्त नहीं करने की नीति से समझौता नहीं करेगा.
जैश अल अदल को जानिए
जैश अल अदल का 2012 से पहले जुन्दल्लाह नाम था. ये आतंकी संगठन 2002 में वजूद में आया था. तब इसका सरगना अब्दुल मलिक रिगी था. 2010 में ईरानी सेना ने अब्दुल मलिक रिगी की हत्या कर दी थी. इसके बाद जुन्दल्लाह में से कई आतंकी गुट बन गए.ये एक सुन्नी आतंकी संगठन है. जैश अल अदल अल-कायदा से संबंध रखता है. ईरान, पाकिस्तान, अफगान में इसके बेस हैं. इसके लड़ाके इन्हीं तीनों देशों में सक्रिय हैं. फिलहाल सलाहुद्दीन फारूकी जैश अल अदल का सरगना है.
अस्तित्व में आने के साथ ही जैश अल अदल के आतंकी ईरान में हमलों को अंजाम दे रहे हैं. जैश अल अदल सुन्नी आतंकी संगठन है, जबकि ईरान शिया बहुल देश है. इसीलिए जैश अल अदल के आतंकी न सिर्फ ईरानी सेना को निशाना बनाते रहे हैं बल्कि ईरान के शिया लोगों पर भी हमले करते रहे हैं. 2012 के बाद इनके हमलों में बहुत तेजी आई है. अब सवाल ये है कि क्या पाकिस्तान ने ईरान में एयरस्ट्राइक कर बदला ले लिया है या ईरान फिर जवाब देगा.