प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एक भव्य कार्यक्रम में हजारों की संख्या में पहुँचे भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। कुडोस बैंक एरिना में हुए इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथोनी अल्बानीज भी मौजूद थे, जिन्होंने कहा कि पीएम मोदी बॉस हैं और इस मंच पर अमेरिकी गायक ब्रूस स्प्रिंगस्टीन का भी ऐसा स्वागत नहीं हुआ था। दोनों नेताओं का वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्वागत हुआ। एरिना ‘मोदी-मोदी’ के नारों से गूँज उठा।
उन्होंने लोगों से कहा कि पिछली बार जब वो वहाँ आए थे तब उन्होंने वादा किया था कि फिर से उन्हें भारत के प्रधानमंत्री के लिए 28 वर्ष इंतजार नहीं करना पड़ेगा और वो आज यहाँ पहुँच गए हैं। उन्होंने इस पर ख़ुशी जताई न्यू साउथ वेल्स में प्रवासी भारतीय समुदाय से कई लोग सार्वजिनक जीवन में सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं, अपनी पहचान बना रहे हैं। उन्होंने याद किया इसी वर्ष उन्हें ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज जी का भारत की धरती पर अहमदाबाद में स्वागत करने का अवसर मिला था।
उन्होंने कहा कि भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच कितनी भी दूरी हो, हिंद महासागर उन्हें एक-दूसरे से जोड़ता है। उन्होंने कहा कि दशकों तक जो कार्य क्रिकेट ने किया, अब टेनिस और फिल्मों के जरिए भी दोनों देश जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के लोगों की जीवनशैली अलग-अलग होने के बावजूद योग उन्हें आपस में जोड़ता है। उन्होंने भारत के रिकॉर्ड एक्सपोर्ट्स की बात करते हुए बताया कि कैसे IMF और वर्ल्ड बैंक भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर आशावान है।
पीएम मोदी ने सिडनी में कहा, “भारत के पास सामर्थ्य की कमी नहीं है, भारत के पास संसाधनों की कमी भी नहीं है। आज दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे युवा टैलेंट फैक्ट्री, जिस देश में है, वो है भारत। पिछले 9 वर्षों में गरीबों के लिए 55 करोड़ बैंक खाते खोले गए। 2014 से लेकर अब तक लाभार्थियों के खाते में 28 लाख करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए जा चुके हैं। कोरोना महामारी में जिस देश ने दुनिया का सबसे तेज टीकाकरण कार्यक्रम चलाया, वो देश है भारत।”
उन्होंने आगे कहा कि आज जो देश दुनिया की सबसे तेजी जिसकी अर्थव्यवस्था विकसित हो रही है, वो देश है भारत। पीएम मोदी ने कहा कि आज जो देश दुनिया में नंबर-1 स्मार्टफोन डेटा कंज्यूमर है, वो देश है भारत। उन्होंने भारत को लोकतंत्र की जननी बताते हुए कहा कि ये हजारों वर्षों की जीवंत सभ्यता है। उन्होंने समझाया कि हमने समय के अनुसार खुद को ढाला है, लेकिन अपने मूल सिद्धांतों पर, अपनी जड़ों पर हमेशा टिके रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हम राष्ट्र को भी एक परिवार के रूप में देखते हैं और विश्व को भी एक परिवार मानते हैं। जब भारत अपनी G-20 Presidency की थीम तय करता है, तो कहता है- One Earth, One Family, One Future. पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत, पर्यावरण की रक्षा के लिए, सौर ऊर्जा के बड़े लक्ष्य तय करता है, तो कहता है- One Sun, One World, One Grid. उन्होंने कहा कि जब भारत वैश्विक समुदाय के स्वस्थ रहने की कामना करता है तो कहता है- One Earth, One Health.
उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ को भारत सरकार के शासन का आधार बताते हुए कहा कि वैश्विक शासन में भी ये लागू होता है। उन्होंने कहा कि आज भारत को ‘फ़ोर्स ऑफ ग्लोबल गुड’ कहा जा रहा है। उन्होंने बताया कि जहाँ कहीं भी कोई आपदा होती है, भारत मदद के लिए तैयार मिलता है। पीएम मोदी ने याद दिलाया कि कैसे अभी हाल ही में जब तुर्किए में भूकंप ने तबाही मचाई, तब भारत ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ के द्वारा मदद का हाथ बढ़ाया।