पीएम मोदी की मॉरीशस यात्रा: भारत-मॉरीशस संबंधों में नया अध्याय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11-12 मार्च 2025 को मॉरीशस की राजकीय यात्रा पर जाएंगे। वह 12 मार्च को मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और मॉरीशस के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करना है।
यात्रा के मुख्य बिंदु:
📌 राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि:
पीएम मोदी मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस (12 मार्च) पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस समारोह में भारतीय रक्षा बलों की एक टुकड़ी और भारतीय नौसेना का एक जहाज भी भाग लेगा।
📌 मॉरीशस के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मुलाकात:
प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री डॉ. नवीन चंद्र रामगुलाम से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। इस दौरान आर्थिक सहयोग, रक्षा साझेदारी और हिंद महासागर क्षेत्र में रणनीतिक सहयोग पर चर्चा होगी।
📌 भारत-मॉरीशस संबंधों को मिलेगा बढ़ावा:
मॉरीशस के प्रधानमंत्री रामगुलाम ने इस यात्रा को “दोनों देशों के बीच मजबूत और स्थायी संबंधों का प्रतीक” बताया है। यह यात्रा व्यापार, निवेश, शिक्षा, डिजिटल और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।
#WATCH | Delhi | MEA spokesperson Randhir Jaiswal says, "PM Modi will be in Mauritius on the 11th and 12th, 2025, to attend the National Day celebrations of Mauritius, which falls on the 12th of March as the chief guest. A contingent of Indian Defence Forces will participate in… pic.twitter.com/vhs0SW8jBW
— ANI (@ANI) March 7, 2025
भारत-मॉरीशस संबंधों का महत्व:
🔹 सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध: मॉरीशस की 70% आबादी भारतीय मूल की है, जिनमें अधिकतर उत्तर प्रदेश और बिहार से जुड़े हैं।
🔹 रणनीतिक सहयोग: मॉरीशस, हिंद महासागर में भारत का प्रमुख रणनीतिक साझेदार है।
🔹 आर्थिक और व्यापारिक संबंध: भारत मॉरीशस का सबसे बड़ा व्यापारिक और निवेश भागीदार है।
पीएम मोदी की यह यात्रा क्यों महत्वपूर्ण है?
✅ हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की रणनीतिक उपस्थिति को मजबूत करेगी।
✅ व्यापार, डिजिटल अर्थव्यवस्था और रक्षा सहयोग को बढ़ावा देगी।
✅ भारत-मॉरीशस सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को नई मजबूती मिलेगी।