रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन अगले माह भारत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे। अगले महीने, नौ व दस सितंबर को भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। भारत के पास इस वर्ष जी-20 की अध्यक्षता का जिम्मा है। भारत इस समय जी-20 की मेजबानी कर रहा है। रूस की ओर से शुक्रवार को औपचारिक घोषणा की गयी कि अगले महीने भारत में होने वाले जी-20 सम्मेलन में राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन शामिल नहीं होंगे। पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन भारत में सितंबर में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए यात्रा की योजना नहीं बना रहे हैं। फिलहाल उनका मुख्य जोर एक विशेष सैन्य अभियान पर है।
भारत में इस समय जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। सम्मेलन को लेकर भारत ने सभी जी-20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के नेताओं को निमंत्रण भेजा था। अमेरिका सहित कई राष्ट्राध्यक्षों की ओर से सम्मेलन में भारत जाने की पुष्टि हो चुकी है, किन्तु इस बात की पुष्टि नहीं हो पा रही थी कि पुतिन शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे या नहीं।
यह समूह दुनिया की प्रमुख बीस विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। ये बीस देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 फीसदी, वैश्विक व्यापार का 75 फीसदी से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं। इस समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।