रूस खौफ के काले सागर में असैन्य पोतों के तबाही की स्क्रिप्ट लिख रहा है। वह कभी भी काला सागर में मौजूद तमाम असैन्य पोतों को हमले में उड़ा सकता है। अमेरिका के इस दावे ने दुनिया भर में खलबली मचा दी है। हाल ही में रूस ने यूक्रेन के साथ खाद्यान्न समझौता तोड़ लिया है। इसके बाद से पूरी दुनिया के कई देशों में खाद्यान्न संकट बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है। यूक्रेन से दुनियाभर के देशों में खाद्यान्न आपूर्ति की अनुमति देने वाले समझौते से रूस के पीछे हटने के कुछ दिन बाद अमेरिका ने बुधवार को यह चेतावनी देकर सनसनी फैला दी है।
अमेरिका ने सचेत करते हुए कहा है कि रूसी सेना काला सागर में असैन्य पोतों पर संभावित हमले की तैयारी कर रही है। काला सागर अनाज समझौते से इस सप्ताह बाहर आने के बाद रूस ओडेसा में यूक्रेन के अनाज निर्यात बंदरगाहों पर मिसाइल और ड्रोन से पहले ही हमले कर चुका है। इन हमलों में लगभग 60,000 टन अनाज नष्ट हो गया है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एडम हॉज ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारी जानकारी से संकेत मिलता है कि रूस ने यूक्रेनी बंदरगाहों के रास्ते में अतिरिक्त समुद्री खदानें बिछाई हैं।
रूस के समझौते तोड़ने के बाद आपूर्ति की जिद पर अड़ा यूक्रेन
रूस ने यूक्रेन से उस वक्त खाद्यान्न आपूर्ति समझौते को तोड़ लिया, जब उसने क्रीमिया को क्रेमलिन से जोड़ने वाले पुल पर समुद्री ड्रोन से हमला करके राष्ट्रपति पुतिन को सीधी चुनौती दी। ह्वाइट हाउस के प्रवक्ता एडम ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि यह काला सागर में असैन्य पोतों के खिलाफ किसी भी हमले को उचित ठहराने और इन हमलों के लिए यूक्रेन पर दोष मढ़ने का एक समन्वित प्रयास है। इधर रूस के समझौते से बाहर आने के बावजूद यूक्रेन ने खाद्यान्न की ढुलाई जारी रखने का संकल्प लिया है। इससे रूसी हमले की आशंका और भी बढ़ गई है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने काला सागर के उत्तर-पश्चिमी और दक्षिणपूर्वी हिस्सों में अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र को जहाजरानी के लिए ‘‘अस्थायी रूप से खतरनाक’’ घोषित किया है।