रूस-यूक्रेन के बीच दो साल से खूनी खेल जारी है. दोनों सेनाओं के बीच आर-पार की लड़ाई जारी है. रूस-यूक्रेन के बीच कई फ्रंट पर कब्जे को लेकर बारूदी लड़ाई हो रही है. खेरसोन में रूसी सेना पर यूक्रेन ने बड़ा हमला बोला है. रूस के BM-21 ग्रेड पर यूक्रेन ने विध्वंसक प्रहार किया है. यूक्रेनी हमले में BM-21 का शेल्स भी नष्ट हो गया. इस बीच यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है और कहा है कि एक बीमारी रूसी सैनिकों को खत्म कर रही है. इस बीमारी की वजह से लोगों की आंखों से खून बहता है, बहुत तेज सिरदर्द होता है और दिन में कई बार उल्टी होती है.
यूक्रेन के मुख्य खुफिया निदेशालय ने रूसी यूनिट्स के बीच तथाकथित माउस फीवर के फैलने की सूचना दी है. यह रोग एक प्रकार का स्ट्रेप्टोकोकल संक्रमण है और चूहों के सीधे संपर्क में आने या उनके मल में सांस लेने के जरिए मनुष्यों में फैलता है. यूक्रेन ने कहा कि कई लक्षणों में गंभीर सिरदर्द, शरीर का तापमान 40 डिग्री तक बढ़ना, चकत्ते और लालिमा, रक्तचाप में कमी, आंखों में रक्तस्राव, जी मिचलाना और दिन में कई बार उल्टी” शामिल हैं.
बड़े पैमाने पर फैल रहा माउस फीवर
एजेंसी ने दावा किया कि प्रकोप के बारे में शिकायतों को रूसी कमांडरों ने नजरअंदाज कर दिया है. यूक्रेन का कहना है कि रूस इसे सैनिकों की ओर से लड़ाई से बचने का एक बहाना मान रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बड़े पैमाने पर माउस फीवर फैल रहा है, जिसकी वजह से रूसी सैनिकों की लड़ने की क्षमता में काफी कमी देखी जा रही है. वहीं, क्रेमलिन का कहना है कि रूस को यूक्रेन में 22 महीने के युद्ध को समाप्त करने के लिए बातचीत करने का कोई मौजूदा आधार नहीं दिखता है.
युद्ध में यूक्रेन के 4 लाख सैनिकों की मौत, रूस का दावा
इधर, यूक्रेनी सेना ने रूसी काफिले पर हमला करते हुए रूस के 3 टैंक तबाह कर दिए हैं. यूक्रेन की माउंटेन ब्रिगेड ने बड़ा हमला बोलते हुए रूस के 2 आर्म्ड व्हीकल ध्वस्त कर दिया. स्वातोव के पास यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी ठिकाने पर भीषण फायरिंग की है. ये हमला ब्रैडली IFV से किया गया. युद्ध के मैदान में ब्रैडली IFV काफी कारगर माना जाता है. ये एक मिलिट्री आर्टिलरी वाहन है, जो मुख्य बैटल टैंक से लैस रहता है. अमेरिका ने ये वाहन यूक्रेन को दिए हैं. यूक्रेन को लेकर रूस ने बड़ा दावा किया है. रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, युद्ध में यूक्रेन के 4 लाख सैनिकों की मौत हुई है. 140 से ज्यादा विमान तबाह हुए हैं. इसके अलावा 766 टैंक, 2 हजार से ज्यादा सैन्य वाहन नष्ट करने का दावा भी किया गया है.