बीते कई दिनों से समुद्री सीमाओं पर व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाया जा रहा है. लगातार हमले हो रहे है जिससे समुद्री सीमाओं पर तनाव काफी बढ़ गया है. इसी बीच भारतीय नौसेना के मिसाइल विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम ने एक घातक ड्रोन हमले का जवाब दिया. अदन की खाड़ी में मार्शल आइलैंड्स के झंडे वाले अमेरिकी जहाज एमवी जेनको पिकार्डी को बचाया गया है. जहाज पर यमन स्थित हौथिस द्वारा किए गए ड्रोन हमले का जवाब दिया गया, जिसमें अदन की खाड़ी में नौ भारतीयों के साथ 22 चालक दल के सदस्य शामिल थे.
बताया जा रहा है कि समुद्री डकैती रोधी अभियानों के लिए अदन की खाड़ी में तैनात मिशन आईएनएस विशाखापत्तनम ने बीते 17 जनवरी की रात 23.11 मिनट पर ड्रोन हमले के बाद मार्शल द्वीप के झंडे वाले एमवी जेनको पिकार्डी के एसओएस कॉल का तेजी से जवाब दिया. फिर त्वरित कार्यवाई करते हुए भारतीय नौसेना के मिसाइल विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम ने एक घातक ड्रोन हमले का जवाब दिया. जहाज पर नौ भारतीयों के साथ 22 चालक दल के सदस्य सवार थे जिनके सकुशल होने की खबर सामने आई है.
बता दें कि बीते कुछ महीनों से ईरान समर्थित हूथी समुदाय के लड़ाके लगातार मर्चेंट शिप को निशाना बना रहे हैं. जिसके चलते अमेरिका-ब्रिटेन सहित कई देशों ने मिलकर यमन में हूती के ठिकानों एयर स्ट्राइक किया. वहीं भारत ने इन दोनों जगहों पर अपने युद्धपोत तैनात कर दिए हैं. बीते 4 जनवरी को सोमालिया के समुद्री लुटेरों ने अरब सागर में लाइबेरिया के फ्लैग वाले लीला नोफोर्क जहाज को हाईजैक कर लिया था. जहाज ने ब्रिटेन के मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन्स पोर्टल पर एक मैसेज भेजा था. इसमें कहा गया था कि 4 जनवरी की शाम को 5-6 समुद्री लुटेरे हथियारों के साथ जहाज पर उतरे थे.
इस बात की जानकारी मिलते ही भारतीय नौसेना ने हाईजैक किए गए जहाज को छुड़ाने के लिए वॉरशिप INS चेन्नई और मैरीटाइम पेट्रोलिंग एयरक्राफ्ट P81 को रवाना किया गया था. इसके बाद इसमें सवार सभी 15 भारतीयों सहित कुल 21 क्रू मेंबर्स को सुरक्षित बचाया गया था. जबकि इससे पहले 23 दिसंबर को हिंद महासागर में भारत आ रहे मालवाहक जहाज केम प्लूटो पर हमला हुआ था.
कैसे हुआ हमला
अदन की खाड़ी में अपने सफर पर निकले अमेरिकी व्यापारी जहाज एमवी जेनको पिकार्डी को समुद्री लुटेरों की तरफ से निशाना बनाया गया था. लुटेरों के दल ने जहाज पर ड्रोन से हमला किया, जिसके बाद जहाज से तुरंत एक एसओएस कॉल ड्यूटी पर तैनात आईएनएस विशाखापत्तनम को किया गया. नौसेना ने करीब एक घंटे बाद संकट में फंसे व्यापारिक जहाज को खोज निकाला. रात करीब 12.30 बजे व्यापारिक जहाज- एमवी जेनको पिकार्डी को मदद मुहैया कराई गई. आईएनएस विशाखापत्तनम ने तुरंत कार्यवाई करते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया. हमले का माकूल जवाब दिया गया और जहाज को हमलावरों से सुरक्षित बचा लिया गया.
अभी क्या है हालात
हमले को नाकाम करने के बाद 18 जनवरी की सुबह ईओडी विशेषज्ञों ने व्यापारिक जहाज- एमवी जेनको पिकार्डी के क्षतिग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण किया. नौसेना के मुताबिक ईओडी विशेषज्ञों ने गहन निरीक्षण के बाद जहाज को आगे की यात्रा के लिए सुरक्षित करार दिया है. इसके बाद जहाज अगले बंदरगाह की तरफ रवाना हो गया. जहाज अमेरिकी द्वीप मार्शल आइलैंड का है. इसका संकेत जहाज पर लगे झंडे से मिला था.