पाकिस्तान में मौजूदा हालात को देखते हुए आपातकाल लागू किया जा सकता है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कैबिनेट बैठक की. इस बैठक में देश में आपातकाल लागू करने की सलाह दी गई है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज ने फेडरल कैबिनेट को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष Imran Khan और उनकी पार्टी दोनों ही झूठे हैं. कैबिनेट बैठक में शहबाज ने इमरान की सरकार गिरने का भी जिक्र किया और कहा कि सरकार गिराने के जो आरोप लगाए गए, वो पूरी तरह से झूठे थे.
शहबाज शरीफ ने कहा कि पीटीआई नेतृत्व देश को विनाश की ओर धकेलने में जुटी हुई है. देश पहले से ही चुनौतियों का सामना कर रहा है. ऊपर से अब ऐसा किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हमारे देश की करेंसी बहुत ही कठिन हालातों में है. हमें विरासत में ही कई सारी चुनौतियां मिली हैं, जिनकी वजह से अभी भी हालत बिगड़े हुए हैं. इमरान खान के ऊपर सीधा हमला बोलते हुए शहबाज ने कहा कि पिछली सरकार ने आईएमएफ के साथ समझौते का उल्लंघन किया था. अब इसे ठीक करने की कोशिश की जा रही है.
कैबिनेट बैठक को संबोधित करते हुए शहबाज ने अदालत की चुप्पी पर भी सवाल उठाए. उन्होंने सवाल उठाया कि इमरान की सरकार में जब हमारी पार्टी के नेताओं के साथ बदला लिया गया, तो अदालत चुप्पी साध कर बैठी रही. उन्होंने सवाल किया, ‘क्या उन्होंने (अदालतों) कभी इस बात का नोटिस लिया, जब हमें जेल में भेजा जा रहा था.’
Federal Cabinet advises imposition of Emergency. #ImranKhan
— The Pakistan Daily (@ThePakDaily) May 12, 2023
प्रधानमंत्री ने इमरान की गिरफ्तारी के बाद हुए प्रदर्शनों को लेकर नाराजगी जताई है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में 1973 के बाद पहली बार ऐसा देखने को मिला है. उन्होंने बेनजीर भुट्टो के दौर को भी याद किया और कहा कि बेनजीर भुट्टो की मौत के बाद भी प्रदर्शन हुए, मगर किसी ने सेना के प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाया.