दक्षिण कोरिया से लिथियम बैटरी प्लांट में आग लगने की घटना सामने आई है। इस हादसे में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य लापता हैं। स्थानीय अग्निशमन अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि ये आग सुबह 10: 30 बजे लगी थी। हालांकि अब इस आग को बुझा दिया गया है। सियोल के दक्षिण में ह्वासेओंग में बैटरी निर्माता एरिसेल की तरफ से संचालित एक फैक्ट्री में आग लगी थी।
एक लोकल फायर अधिकारी किम जिन-यंग ने कहा, आग लगभग 35,000 यूनिट वाले एक गोदाम के अंदर बैटरी सेल के विस्फोट के बाद शुरू हुई।
पांच लोगों की तलाश जारी
मालूम हो कि प्लांट के अंदर करीब 20 शव मिले हैं, लेकिन किम ने बताया कि 16 लोगों की मौत हो गई और दो अन्य को गंभीर चोटें आई हैं। उन्होंने कहा कि बचावकर्मी लापता हैं और पांच लोगों को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। 2020 में स्थापित, एरिसेल सेंसर और रेडियो संचार उपकरणों के लिए लिथियम प्राथमिक बैटरी बनाती है। इसकी लेटेस्ट रेगुलेटरी फाइलिंग और इसके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, इसमें 48 कर्मचारी हैं।
एरिसेल रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक, कंपनी दक्षिण कोरिया के शेयर बाजार में लिस्टड नहीं है, लेकिन इसका बहुमत एस-कनेक्ट के पास है। एस-कनेक्ट जूनियर कोस्डैक इंडेक्स पर रजिस्टर्ड है और इसके शेयर 22.5% पर बंद हुए। बता दें कि इमारत के ऊपरी लेवल के हिस्से ढह गए थे, और इमारत के बड़े हिस्से ऐसे लग रहे थे जैसे किसी विस्फोट से वे सड़क पर उड़ गए हों।