बांग्लादेश में शेख हसीना की सत्ता के पतन के बाद वहाँ की नई सरकार गठित होते ही हिन्दू और भारत विरोधी एजेंडे पर चल निकली है। यहाँ हिन्दुओं को साफ तौर पर फरमान सुना दिया गया है कि वो अज़ान से 5 मिनट पहले या तो अपनी पूजा-पाठ बंद कर दें वर्ना गिरफ्तारी के लिए तैयार रहें। वहीं दूसरी तरफ बांग्लादेशी राष्ट्रगान को भारत द्वारा बनाए जाने की का आरोप लगाया जा रहा है।
पहला मामला हिन्दू समाज की धार्मिक भावनाओं से जुड़ा हुआ है। इसी मुद्दे को ले कर ISKCON के प्रवक्ता राधारमण दास ने मंगलवार (10 सितंबर, 2024) को अपने ‘X’ हैंडल पर एक वीडियो शेयर की है। इस वीडियो में दिख रहे व्यक्ति को उन्होंने बांग्लादेश के गृहमंत्री का सलाहकार बताया है। दावा किया गया है कि वीडियो में दिख रहे व्यक्ति ने बांगला भाषा में हिन्दुओं को चेतावनी दी है कि वो मुस्लिमों की अजान से 5 मिनट पहले अपने पूजापाठ बंद कर दें।
प्रतिबंधित किए जा रहे इन धार्मिक क्रियाकलापों में भजन और आरती भी शामिल हैं। वीडियो में बोल रहे बांग्लादेशी अधिकारी ने यह भी चेतावनी दी है कि फरमान को न मानने वालों को जेल में डाल दिया जाएगा।
Meet the Bangladeshi Home Minister Advisor who is directing that Hindus must stop their pujas, music, & any rituals 5 minutes before Azan—or face arrest.
This is new Talibani #Bangladesh. But no Bollywoodiya will hold placards for Bangladeshi Minorities because they are Hindus. pic.twitter.com/iI6T9ODSQm
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) September 10, 2024
वहीं दूसरे मामले में बांग्लादेश के मजहबी मामलों के सलाहकार AFM खालिद हुसैन ने अपने ही देश के राष्ट्रगान पर सवाल खड़ा कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शनिवार (7 सितंबर, 2024) को उन्होंने कहा कि बांग्लादेश का वर्तमान राष्ट्रगान भारत द्वारा साल 1971 में थोपा गया है। बकौल खालिद हुसैन, फ़िलहाल अभी नई सरकार की मंशा राष्ट्रगान बदलने की नहीं है। खालिद हुसैन से पहले बांग्लादेश के अब्दुल्लाही अमान आज़मी ने राष्ट्रगान बदलने की माँग उठाई थी। तब उन्होंने नई सरकार से माँग की थी कि मुल्क का राष्ट्रगान बदला जाए।