हिजाब नहीं पहनने पर धमकी मिलने के बाद ईरानी महिला शतरंज खिलाड़ी सारा खादेम के नाम से मशहूर सारा सादत खादेमलशरीह ने स्पेन की नागरिकता ले ली है। यह जानकारी स्पेन सरकार ने दी है। दिसंबर में सारा ने कजाकिस्तान में एक प्रतियोगिता में बिना हिजाब के भाग लेने पर ईरान सरकार ने विरोध किया था। उस दौरान विरोध से बचने के लिए सारा खादेम जनवरी में स्पेन चली गई थी। हाल ही में सारा खादेम को स्पेनिश नागरिकता प्रदान की गई है। इस बात की जानकारी स्पेन सरकार ने 27 जुलाई (गुरुवार) को दी। कजाकिस्तान में आयोजित फिडे वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप में बिना हिजाब के बिना लिया, जो ईरान के सख्त इस्लामिक ड्रेस कोड के तहत अनिवार्य है।
सारा खादेम के ऐसा करने के कारण ईरान में उनके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था। ईरान में अनिवार्य हिजाब पहनने को लागू करने वाले कानून से अशांति के दौरान सितंबर के मध्य में 22 वर्षीय ईरानी-कुर्दिश महिला महसा अमीनी की मॉरेल पुलिस की हिरासत में मौत हुई थी।
26 वर्षीय सारा ने बताया कि उसे अपने देश के लिपिक नेतृत्व के खिलाफ विरोध आंदोलन के समर्थन में अपने कर्मों पर कोई पछतावा नहीं है। वहीं, स्पेन के आधिकारिक राजपत्र में कहा गया है कि कैबिनेट ने 25 जुलाई (मंगलवार) को खादेम को उसके मामले की “विशेष परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए” नागरिकता देने को मंजूरी दे दी।