देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा अपने अंतिम पढ़ाव पर है. इस दौरे से उन्हें और देश दोनों को काफी उम्मीदें थी. जिस पर वो खरे उतरते हुए दिखाई दिए हैं. इस दौरान उन्होंने देश के लिए कई ऐसी डील्स की हैं, जिससे भारत में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा. देश सेमी कंडक्टर के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा. डिफेंस सेक्टर में मजबूत होने के साथ देश में रोजगार के लाखों अवसर पैदा करेगा. आने वाले दिनों में देश में टेस्ला आएगा.
गूगल भारत में डिजिटलाइजेशन बढ़ाने को 10 बिलियन डॉलर का निवेश करने जा रहा है. अमेजन ने भी 15 बिलियन डॉलर के निवेश की हामी भरी है. साथ अमेरिका की सबसे बड़ी चिप कंपनी भी गुजरात में ढाई बिलियन डॉलर से ज्यादा की डील करने जा रही है. आइए आपको भी ऐसी डील्स के बारे में बताते हैं, जो भारत के लिए आने वाले दिनों में काफी अहम हो सकती हैं.
अमेरिकी मेमोरी चिप कंपनी माइक्रोन टेक्नोलॉजी गुजरात में चिप असेंबली और टेस्टिंग फैसिलिटी के लिए 825 मिलियन डॉलर तक का निवेश करेगी. मेमोरी चिप कंपनी ने कहा कि फैसिलिटी में कुल निवेश 2.75 अरब डॉलर होगा. उस कुल में से 50 फीसदी भारत सरकार से और 20 फीसदी गुजरात सरकार से आएगा. कंपनी ने कहा कि इस निवेश से 5,000 नई डायरेक्ट नौकरियां जेनरेट होंगी.
जनरल इलेक्ट्रिक ने डिफेंस और टेक्नोलॉजी में सुधार के प्रयास के तहत तेजस लाइट फाइटर प्लेन के लिए इंजन बनाने के लिए भारतीय कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ समझौते पर साइन किए हैं. दोनों मिलकर एफ414 इंजन तैयार करेंगे.
वहीं दूसरी ओर अमेरिकी दौरे में भारत के पीएम नरेंद्र मोदी की दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क से मुलाकात हुई है. इस मुलाकात के बाद मस्क ने भारत में टेस्ला की मैल्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने की हामी भर दी है. उम्मीद की जा रही है कि एलन मस्क भारत में 3 से 5 बिलियन डॉलर का निवेश कर सकते हैं. अगले साल तक इस पर काम शुरू हो सकता है.
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने पीएम मोदी से मुलाकात की है. जिसके बाद उन्होंने कहा कि वह भारत में डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए 10 बिलियन डॉलर का निवेश करने जा रहे हैं. साथ गूगल गुजरात स्थित गिफ्ट सिटी में अपना फिनटेक सेंटर भी खोलेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बैठक के बाद अमेजन के सीईओ एंड्रयू जेसी ने घोषणा की कि अमेजन पहले ही भारत में 11 बिलियन डॉलर का निवेश कर चुका है. अब वह अतिरिक्त 15 बिलियन का निवेश करने की प्लानिंग कर रहा है, जिससे उनका कुल निवेश उल्लेखनीय 26 बिलियन डॉलर हो जाएगा. इन फंड्स का उपयोग अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने, छोटे और मिड साइज के बिजनेस को डिजिटलाइज करने में किया जाएगा.
भारत मिनिरल सिक्योरिटी पार्टनरशिप में शामिल हुआ है, जो महत्वपूर्ण मिनिरल एनर्जी सप्लाई चेन बनाने के लिए अमेरिका के नेतृत्व वाली साझेदारी है. भारत यूरोपीय यूनियन के अलावा 12 अन्य भागीदार देशों में शामिल होगा. इस डील के तहत भारत की एप्सिलॉन कार्बन लिमिटेड ग्रीनफील्ड इलेक्ट्रिक वहीकल बैटरी कंपोनेंट फैक्ट्री में 650 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी, जिसमें पांच सालों के 500 से अधिक कर्मचारियों को काम पर रखा जाएगा.
इंडियन सोलर पैनल मेकर विक्रम सोलर लिमिटेड द्वारा सपोर्टिड एक नए वेंचर ने गुरुवार को कहा कि वह अमेरिकी सोलर एनर्जी सप्लाई चेन में 1.5 बिलियन डॉलर तक का निवेश करेगा, जिसकी शुरुआत अगले साल कोलोराडो में एक फैक्ट्री से होगी. वीएसके एनर्जी एलएलसी कंपनी चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए क्लीन एनर्जी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में अमेरिका को मदद करेगी.
अमेरिका द्वारा भारतीयों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका में रहना और काम करना आसान बनाने की संभावना है. बिडेन प्रशासन देश में रिनुएबल एच-1बी वीजा इंट्रोड्यूस करने को तैयार हो गया है. इस फैसले से देश में रहने वाले हजारों भारतीय प्रोफेशनल्स को अपने वर्क वीजा को रिन्यू के लिए विदेश यात्रा की परेशानी के बिना अपनी नौकरी जारी रखने में मदद करेगा.