टाइटेनिक का मलबा देखने की चाह ने पाकिस्तान के बड़े अरबपति बिजनेसमैन और उनके 19 साल के बेटे की जान ले ली। 48 वर्षीय शहजाद दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद कुछ दिन पहले एक पनडुब्बी में बैठ अटलांटिक महासागर गए थे। पर, अब खबर आई है कि दोनों का उसी पनडुब्बी में इंतकाल हो गया।
शहजाद और सुलेमान की इस तरह मौत की खबर सुनने के बाद दाउद फाउंडेशन ने इस संबध में बयान जारी किया। इसमें कहा गया “बड़े दुख के साथ हम शहजाद और सुलेमान दाऊद के इंतकाल के बारे में आपको बता रहे हैं।” आगे पत्र में टाइटन पनडुब्बी पर सवार अन्य यात्रियों के परिवारों के प्रति तहे दिल से संवेदना व्यक्त की गई।
वहीं शहजाद दाऊद की बहन आजमेह ने इस मामले में खुलासा किया है कि उनका भतीजा इस ट्रिप के लिए तैयार नहीं था। उसे जाने में बहुत डर लग रहा था। लेकिन वो फिर भी इस ट्रिप पर गया क्योंकि ये ट्रिप फादर्स डे वाले वीकेंड पर पड़ रही थी। सुलेमान अपने अब्बा को खुश करना चाहता था जो कि बहुत समय से टाइटेनिक को मलबा देखने को बेताब थे।
आजमेह कहती हैं कि उन्हें शुरुआत में तो यकीन ही नहीं था कि उनका भाई और भतीजा अब इस दुनिया में नहीं हैं। लेकिन जब गुरुवार को ओशनगेट कंपनी ने बताया कि उस पनडुब्बी में बैठा कोई यात्री नहीं बचा तो पूरी तरह टूट गईं। वो कहती है कि भाई और भतीजे के साथ हुई घटना सोच सोचकर उन्हें खुद साँस की दिक्कत बढ़ गई।
शहजाद कराची की एंग्रो कॉर्पोरेशन में उपाध्यक्ष थे। वहीं प्रिंस ट्रस्ट इंटरनेशनल में एडवाइजर थे जिसे किंग्स चार्ल्स III ने स्थापित किया है। बहन आजमेह के अनुसार जब वो लोग पाकिस्तान में थे तब से शहजाद को टाइटैनिक का क्रेज था। वो 1958 में बनी ‘अ नाइट टू रिबेंबर’ देखते थे।
इसके अलावा उन्हें टाइटैनिक की डॉक्यूमेंट्री देखना, म्यूजियम में जाकर उसके मलबे देखना आदि पसंद था। इसलिए जब शहजाद सुलेमान ने टिकट ली तो किसी को हैरानी नहीं हुई।
बता दें कि कुछ दिन पहले खबर आई थी कि टाइटेनिक देखने अटलांटिक महासागर में घुसी पनडुब्बी वहीं गुम हो गई है। इसमें पाकिस्तान के अरबपति शहजाद दाऊद समेत 5 लोग थे। इन्हें ढूँढने के लिए अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन की नौसेना ने विशेष अभियान चलाया। जिसके बाद शुक्रवार को खबर आई कि पनडुब्बी में बैठे पाँचों लोगों की मौत हो गई है।