पाकिस्तान के लिए तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के हमले और अपहरण की घटना एक बड़ी चुनौती बन गई है, खासकर जब यह घटना पाकिस्तान एटॉमिक एनर्जी कमिशन (PAEC) के 17 कर्मचारियों के अपहरण से जुड़ी हो। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के लक्की मरवत इलाके में हुए इस अपहरण को लेकर कई गंभीर पहलुओं पर विचार किया जा सकता है:
घटना का विवरण:
- TTP ने पाकिस्तान एटॉमिक एनर्जी कमिशन (PAEC) के 17 कर्मचारियों को कबूल खैल एटॉमिक एनर्जी माइनिंग प्रोजेक्ट में काम करते हुए अपहरण किया। इन कर्मचारियों में वैज्ञानिक, इंजीनियर और अन्य कामकाजी लोग शामिल थे।
- आतंकवादियों ने अपहरण के साथ-साथ कर्मचारियों की गाड़ियों को भी जला दिया। TTP ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें अपहृत कर्मचारी पाकिस्तान सरकार से उनकी रिहाई के लिए बातचीत करने की अपील करते हुए नजर आए।
तालिबान का दावा और पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया:
- पहले पाकिस्तान सरकार ने घटना को नकारा किया और कहा कि इन लोग उनके नहीं थे। लेकिन TTP ने उनकी आईडी कार्ड्स जारी कर दिए, जिससे पाकिस्तान सरकार की स्थिति कमजोर हो गई और उसे इस घटना को स्वीकार करना पड़ा।
- बाद में, TTP ने 8 कर्मचारियों को रिहा किया, और पाकिस्तान सरकार ने इसे अपनी सफलता के रूप में प्रचारित किया। हालांकि, TTP ने इसका खंडन करते हुए कहा कि उसने खुद ही इन बंधकों को छोड़ा है और प्रमुख बंधकों को अपने पास रखा है ताकि वे पाकिस्तान की जेलों में बंद अपने कैदियों की रिहाई के लिए दबाव बना सकें।
Pakistani Taliban (TTP) has released a video of 16 workers of Pakistan's Atomic Energy Commission who were abducted earlier today in Lakki Marwat.
TTP has said that they are willing to free them in exchange for the release of several key TTP militants held in Pakistani prisons. pic.twitter.com/tow9TN2YBO
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) January 9, 2025
आतंकी रणनीति और पाकिस्तान की सुरक्षा चिंताएं:
- TTP का दावा है कि उसने इन कर्मचारियों को सौदेबाजी के लिए पकड़ा था और उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुँचाएगा।
- इस घटना ने पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम पर सुरक्षा के गंभीर सवाल उठाए हैं, क्योंकि TTP ने यूरेनियम खदान से खनिज लूटने का भी दावा किया, जो परमाणु बम बनाने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण सामग्री है।
लक्की मरवत क्षेत्र और TTP का प्रभाव:
- लक्की मरवत अफगानिस्तान की सीमा से सटा हुआ क्षेत्र है और इसे TTP की गतिविधियों का गढ़ माना जाता है। इस इलाके में TTP की बढ़ती सक्रियता पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है, विशेषकर तब जब परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी खनिज सामग्री को लूटा जा रहा हो।
Taliban has released the identity and service cards of the 16 Atomic Energy Commission workers. In the list, there are nine employees while eight were daily wagers or laborers. The employees include technician, assistant and CO-cader people. pic.twitter.com/4OKSSZAPZo
— Jawad Yousafzai (@JawadYousufxai) January 9, 2025
इस घटना से पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उसकी कमजोरियों का पर्दाफाश हुआ है। पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां TTP और अन्य आतंकी संगठन सक्रिय हैं। इस तरह की घटनाएँ पाकिस्तान के लिए न केवल आंतरिक बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी एक बड़ी चुनौती बन सकती हैं, क्योंकि परमाणु सुरक्षा से जुड़ी समस्याएँ वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकती हैं।