भारत और पाकिस्तान के बीच कायम किए गए सीजफायर को 18 मई तक बढ़ा दिया गया है. सूत्रों के हवाले से ये जानकारी मिली है. इस संबंध में नई दिल्ली और इस्लामाबाद के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) जल्द ही बातचीत करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान दोनों देशों के डीजीएमओ बॉर्डर पर स्थिति की समीक्षा करेंगे. हालांकि, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चल रहा है और सेना हर परिस्थिति के लिए तैयार है.
यह भारत और पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा और सीमा क्षेत्रों पर हाई लेवल की सतर्कता को धीरे-धीरे कम करने के लिए अपने उपायों को जारी रखने का फैसला लेने के एक दिन बाद हुआ है. भारत और पाकिस्तान ने चार दिनों तक बॉर्डर पार ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद संघर्ष को खत्म करने के लिए 10 मई को एक समझौते पर पहुंचे थे.
पाकिस्तान ने की बातचीत की पेशकश
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को भारत को बातचीत की पेशकश की और कहा कि पाकिस्तान ‘शांति के लिए’ बातचीत करने के लिए तैयार है. इससे पहले, इस्लामाबाद ने जल शक्ति मंत्रालय को पत्र लिखकर भारत से सिंधु जल संधि को स्थगित करने के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा. पाकिस्तानी मंत्रालय ने चेतावनी दी कि संधि को निलंबित करने से देश के अंदर संकट पैदा हो जाएगा.
हालांकि, भारत ने कहा है कि सिंधु जल संधि को तब तक स्थगित रखा जाएगा जब तक कि पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से रोक नहीं दिया जाता.
पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने पर्यटकों और नागरिकों पर हमला किया, जिसे 26/11 मुंबई हमलों के बाद भारत में सबसे घातक आतंकी हमलों में से एक माना गया. इस हमले ने भारत की शून्य सहिष्णुता की नीति को और मजबूत किया. जवाब में, भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें भारतीय वायु सेना, थल सेना और नौसेना ने समन्वित रूप से पाकिस्तान और PoK में आतंकी शिविरों को नष्ट किया. इस ऑपरेशन ने न केवल आतंकी बुनियादी ढांचे को ध्वस्त किया, बल्कि पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत किसी भी आतंकी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा.
पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन के बाद 7-8 मई की रात को भारत के 15 सैन्य ठिकानों जैसे श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट और अमृतसर पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए. हालांकि, भारतीय नौसेना, वायु सेना और थल सेना के एकीकृत प्रयासों ने इन हमलों को पूरी तरह विफल कर दिया. भारतीय नौसेना ने अपनी वाहक युद्ध समूह (Carrier Battle Group) और उन्नत वायु रक्षा तंत्र का उपयोग कर पाकिस्तानी वायु तत्वों को समुद्री क्षेत्र में निष्क्रिय कर दिया.