इजराइल पर एक बार फिर तुर्किए के राष्ट्रपति रिसेप तैय्यप एर्दोआन का गुस्सा फूटा है. इंटरनेशनल बेनेवोलेंस अवार्ड के कार्यक्रम में बोलते हुए एर्दोआन ने गाजा युद्ध में किए गए वॉर क्राइम पर इजराइल की कड़ी आलोचना की है. साथ ही उन्होंने गाजा में इजराइल हमलों में हो रही गाजावासियों के नुकसान को इस सदी का सबसे बड़ा नरसंहार बताया है. उन्होंने धमकी दी है कि अगर गाजा में इजराइल को नहीं रोका गया तो दुनिया एक और बड़ी लड़ाई का सामना करेगी.
एर्दोआन यहीं नहीं रुके. उन्होंने इजराइल को आर्म और मदद देने वाले देशों को भी खरी-खोटी सुनाई है. उन्होंने पश्चिमी देशों के दोहरे रवैए पर बोलते हुए कहा, जो देश मानव अधिकारों पर दूसरे देशों को भाषण देते हैं, वही देश इजराइल को सहायता प्रदान कर गाजा में नरसंहार को बढ़ावा दे रहे हैं.
फैल सकती है जंग
तुर्किए के राष्ट्रपति ने चेतावनी दी की अगर पश्चिमी ताकते इसी तरह इजराइल के पीछे खड़ी रही और इजराइल के कब्जे को फैलने से नहीं रोका गया, तो क्षेत्र में नया विवाद जन्म लेगा. उन्होंने आगे कहा इजराइल ये जंग हार चुका है और मानवतावादी लोग उसकी निंदा कर रहे हैं.
फिलिस्तीन को मान्यता देने का किया स्वागत
राष्ट्रपति एर्दोआन ने कार्यक्रम में आयरलैंड, नॉर्वे और स्पेन के फिलिस्तीन को मान्यता देने के फैसले का स्वागत किया है. इसके अलावा उन्होंने दूसरे देशों से भी अपील की है कि फिलिस्तीन विवाद को हल करने के लिए वे भी दो राष्ट्र समझौते के तहत फिलिस्तीन को मान्यता दें.
‘फिलिस्तीन में शांति का उपाय दो राष्ट्र समझौता’
आयरलैंड की सरकार ने बुधवार को फिलिस्तीन को मान्यता देने का ऐलान करते हुए कहा कि 1967 की सीमाओं पर दो राष्ट्र समझौता मध्य पूर्व में शांति का एकमात्र उपाय हैं. हम अरब देशों के पीस प्लान का समर्थन करते हैं और फिलिस्तीन को 28 मई को आधिकारिक तौर पर मान्यता देंगे. इसके बाद फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने वाले देशों की कुल संख्या लगभग 147 हो गई है, जो एक भारी वैश्विक सहमति को दिखाता है.