प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साइप्रस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III” से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडोलाइड्स ने प्रदान किया। मोदी 23 वर्षों में साइप्रस की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने हैं। सम्मान मिलने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह पुरस्कार सिर्फ उनका नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की क्षमताओं, आकांक्षाओं, संस्कृति और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की विचारधारा का सम्मान है। उन्होंने इसे भारत और साइप्रस के मजबूत होते मैत्रीपूर्ण संबंधों और साझा मूल्यों को समर्पित किया।
#WATCH | Nicosia: President of Cyprus, Nikos Christodoulides awards Prime Minister Narendra Modi with Grand Cross of the Order of Makarios III, the highest honour in Cyprus.
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— ANI (@ANI) June 16, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास जताया कि भारत-साइप्रस साझेदारी आने वाले समय में नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगी और दोनों देश मिलकर शांति, सुरक्षा और वैश्विक स्थायित्व को बढ़ावा देंगे। अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने व्यापार, निवेश और रक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की अपील की।
इस दौरान भारत के यूपीआई डिजिटल भुगतान प्रणाली को साइप्रस में शुरू करने के लिए एनपीसीआई और साइप्रस के यूरोबैंक के बीच समझौता हुआ, जिससे यूरोप और गिफ्ट सिटी इंडिया के बीच पहली बार डिजिटल भुगतान तंत्र की नींव रखी गई।
#WATCH | Nicosia, Cyprus: Prime Minister Narendra Modi says, "President, for the Grand Cross of the Order of Makarios III, I express heartfelt gratitude to you, the Government of Cyprus and the people of Cyprus. This is an honour not just to Narendra Modi but to 140 crore… https://t.co/Vh2PKEOT3C pic.twitter.com/t84gzPSl1G
— ANI (@ANI) June 16, 2025
साइप्रस के राष्ट्रपति ने लारनाका एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का औपचारिक स्वागत किया। मोदी की यात्रा के दौरान भारतीय प्रवासियों ने “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारों के साथ उत्साहपूर्वक स्वागत किया। वैश्विक मंचों पर भारत की स्थायी सदस्यता की मांग हो या सीमा पार आतंकवाद की निंदा, साइप्रस ने हमेशा भारत के रुख का समर्थन किया है, जिससे वह भारत का एक विश्वसनीय सहयोगी बनकर उभरा है।