प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय अमेरिका यात्रा के दौरान, उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की, जिसमें दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा और ऊर्जा सहयोग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
व्यापारिक सहयोग:
दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना करके $500 बिलियन तक पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। वर्तमान में, अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, और 2024 में दोनों देशों के बीच व्यापार $129.2 बिलियन था।
ऊर्जा सहयोग:
राष्ट्रपति ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका भारत को तेल और गैस का प्रमुख आपूर्तिकर्ता बनने के लिए एक महत्वपूर्ण ऊर्जा समझौते पर पहुंचा है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार घाटा कम करने में मदद मिलेगी।
रक्षा सहयोग:
रक्षा क्षेत्र में, अमेरिका ने भारत को F-35 लड़ाकू विमान प्रदान करने की योजना की घोषणा की है। हालांकि, भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया कि उन्नत विमानों की खरीद की प्रक्रिया अभी प्रारंभिक चरण में है।
अन्य बैठकें:
प्रधानमंत्री मोदी ने वाशिंगटन डीसी के ब्लेयर हाउस में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क से भी मुलाकात की, जिसमें उन्होंने भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में संभावित सहयोग पर चर्चा की।
इसके अतिरिक्त, बेंगलुरु में आयोजित एयरो इंडिया 2025 में, रूस के Su-57 और अमेरिका के F-35 लड़ाकू विमानों ने अपने प्रदर्शन से ध्यान आकर्षित किया, जो भारत के साथ रक्षा सहयोग को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।