दक्षिण कोरियाई सेना का कहना है कि वह उन संकेतों पर नज़र रख रही है कि उत्तर कोरिया ने इजरायल पर हमले में इस्तेमाल किए गए हथियारों की आपूर्ति हमास को की थी. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक एक सैन्य अधिकारी ने घरेलू पत्रकारों को ब्रीफिंग में कहा, ‘हमें इस बात के सबूत मिलते रहे हैं कि उत्तर कोरिया मध्य पूर्वी देशों और आतंकवादी समूहों को विभिन्न प्रकार के हथियार निर्यात कर रहा है.’
सैन्य प्रवक्ता ने कहा, ‘इन सबूतों हाल ही में इज़राइल सीमा के पास उत्तर कोरिया निर्मित 122 मिमी रेडियल तोपखाने के गोले की खोज भी शामिल है, जिसके बारे में माना जाता है कि इसका उपयोग सक्रिय रूप से हमास का समर्थन करने वाले आतंकवादियों या हमास से जुड़े आतंकवादियों द्वारा किया जाता है.’ अधिकारी ने यह भी सुझाव दिया कि मोटर चालित पैराग्लाइडर द्वारा घुसपैठ की हमास की रणनीति उत्तर कोरिया से ली हो सकती है.
उत्तर कोरिया कर चुका है आरोपों को खारिज
उत्तर कोरिया ने इन आरोपों को खारिज कर चुका है कि इजराइल के खिलाफ हमले में हमास द्वारा उसके हथियारों का इस्तेमाल किया गया था. इसने 13 अक्टूबर को कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्टों में किया गया दावा वाशिंगटन द्वारा संघर्ष का दोष अपने ऊपर से हटाकर किसी तीसरे देश पर थोपने का प्रयास है.
उत्तर कोरिया की आधिकारिक केसीएनए समाचार एजेंसी ने कहा, ‘अमेरिकी प्रशासन के प्रेस निकाय और अर्ध-विशेषज्ञ एक आधारहीन और झूठी अफवाह फैला रहे हैं कि ‘उत्तर कोरिया के हथियारों’ का इस्तेमाल इजरायल पर हमले के लिए किया जा रहा है.’
इसमें कहा गया, ‘यह और कुछ नहीं बल्कि उसकी गलत आधिपत्यवादी नीति के कारण पैदा हुए मध्य पूर्व संकट का दोष किसी तीसरे देश पर मढ़ने और इस तरह बुराई के साम्राज्य पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय आलोचना से बचने की कोशिश है.’
बता दें 7 अक्टूबर को इजरायल पर किए गए हमास के घातक हमले में 1400 लोग मारे गए थे. इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया. हमास के नियंत्रण वाले गाजा पर इजरायल लगातार हवाई हमले कर रहा है और अब जमीनी हमले की भी तैयारी में है. सीएनएन के मुताबिक फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायली हवाई हमलों में 2,800 से अधिक लोग मारे गए हैं.