श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि वह चाहते हैं कि अमेरिकी डॉलर के बराबर ही भारतीय रुपयों का इस्तेमाल हो। विक्रमसिंघे आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका के राष्ट्रपति भी हैं। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब वह कुछ ही दिनों के बाद भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर आने वाले हैं। राष्ट्रपति सिंघे ने यह बायन भारतीय सीईओ फोरम को संबोधित करते हुए दी है।
अगले सप्ताह भारत आएंगे राष्ट्रपति सिंघे
मालूम हो कि राष्ट्रपति सिंघे अगले सप्ताह भारत के आधिकारिक दौरे पर आने वाले हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद नई दिल्ली की उनकी पहली यात्रा होगी। सीईओ फोरम के अध्यक्ष टी एस प्रकाश ने अपने संबोधन में कहा था कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में भारतीय रुपये का उपयोग बढ़ना चाहिए, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि अगर भारतीय रुपये एक साझा मुद्रा बने तो हमें इससे कोई परेशानी नहीं है। हमें यह पता करना चाहिए कि यह कैसे किया जा सकता है। हमें बाहरी दुनिया के लिए और खुला होना चाहिए।
विक्रमसिंघे ने की पीएम मोदी की तारीफ
राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि दुनिया बदल रही है और भारत में खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में तेजी से विकास हो रहा है। मालूम हो कि विक्रमसिंघे देश को आर्थिक संकट से निकालने की कोशिश कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। यह कार्यक्रम 13 जुलाई को आयोजित किया गया, जिसमें मौजूद भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने कहा कि भारत सरकार तथा भारतीय कारोबारी समुदाय ने श्रीलंका को पिछले वर्ष के आर्थिक संकट से निकालने में मदद की।