‘बिछड़े सभी बारी बारी…’. इन दिनों इमरान खान पर यह गाना बिल्कुल सटीक बैठ रहा है. एक-एक करके उनके करीबी नेता साथ छोड़कर जा रहे हैं. अब इसे सेना का दबाव कहें या कुछ और…पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को कई नेता अलविदा कह चुके हैं. अब पाकिस्तानी मीडिया में एक और चर्चा चल रही है और अगर वह सच होती है तो इमरान को इस बार बड़ा झटका लगना तय है.
पाकिस्तानी स्थानीय मीडिया में चर्चा चल रही है कि इमरान खान के करीबी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वीभी अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो नियाजी की मुश्किलें बढ़ना तय है. 1996 में आरिफ अल्वी और इमरान खान ने ही मिलकर PTI का गठन किया था. पेशे से डेंटिस्ट रह चुके अल्वी ने सितंबर 2018 में राष्ट्रपति पद संभाला था. उन्होंने फजल-उर-रहमान और एतजाज हसन को चुनाव में हराया था.
अभी यह सिर्फ अटकलें हैं, लेकिन ऐसी कई वजह हैं, जिससे आशंका गहराती है. पहली, माना जा रहा है कि आरिफ अल्वी ने सेना और इमरान खान के बीच सुलह कराने की काफी कोशिश की थी. लेकिन वो कामयाब नहीं हो सके. 9 मई को जो हिंसा हुई, उसने चीजों को और मुश्किल बना दिया. इस सब से आरिफ अल्वी काफी निराश हैं. हालांकि कुछ मीडिया इसे अफवाह बता रहे हैं.
Good Bye to all who r leaving
Asad Umar Fawad Chudary Murad Saeed Arif Alvi Shah Mehmood Qureshi
We r with our Imran Khan till our last breath#AsadUmar #muradsaeed #IamWithKhan #BehindYouSkipper #fawadchudary #ShahMehmoodQureshi #KhadijaShah #disappointed#میں_کلاں_ہی_کافی_آں pic.twitter.com/VbjLgSfA0D
— Husnain Manj (@Husnain__Manj) May 25, 2023
उन्होंने जियो टीवी को दिए एक इंटरव्यू में इमरान से इस हिंसा की निंदा करने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि इस घटना की निंदा बहुत जरूरी है और साथ ही यह सुनिश्चित करना भी अहम है कि ऐसा दोबारा ना हो. उन्होंने पाक सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को पत्र लिखकर भी ‘दुख’ जताया था.
राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने सरकार और सेना के साथ टकराव के दौरान इमरान खान का काफी साथ दिया. राष्ट्रपति ने बार-बार देश में चुनाव कराने की अपील की. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को साथ बैठकर जल्द से जल्द चुनाव की नई तारीख तय करनी चाहिए. यही नहीं 9 मई की हिंसा के बाद आर्मी एक्ट के तहत केस दर्ज करने की बात उन्होंने कहा कि कार्रवाई करते हुए हमें मानवाधिकारों का भी ध्यान रखना होगा. साथ ही उन्होंने ‘निष्पक्ष’ जांच कराने की बात भी कही.
आरिफ अल्वी के बेटे अवाब अल्वी पिछले साल ही पार्टी में कराची डिविजन के उपाध्यक्ष चुने गए थे. मीडिया में ऐसी भी खबरें चली कि अवाब भी 9 मई की हिंसा में शामिल थे और सेना उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई कर सकती है.
President Arif Alvi, who’s son was involved in pissing on Shuhuda of Lasbela helicopter crash, and who was himself involved in PTV Building attack rumoured to resign as President tomorrow. pic.twitter.com/WZQWTp37rg
— Gulfam Butt (@Khanstitution_) May 24, 2023
इमरान खान पर जो 190 मिलियन पाउंड का भ्रष्टाचार का जो मामला चल रहा है, उसमें पीटीआई के एक पूर्व नेता ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी का नाम भी घसीटा है. पीटीआई के पूर्व नेता और इमरान के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले फैजल वावदा का कहना है, ‘दुश्मन जो न कर पाए वो राष्ट्रपति ने कर दिया.’ उनका दावा है कि पीटीआई और सरकार के बीच ‘गलतफहमी’ के पीछे अल्वी की की भूमिका है.
आरिफ अल्वी की तरह उनके पिता भी डेंटिस्ट ही थे. उनके पिता डॉक्टर हबीब उर रहमान इलाही अल्वी बंटवारे से पहले भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के डेंटिस्ट हुआ करते थे. बंटवारे के बाद वह पाकिस्तान आ गए थे. वह जिन्ना के साथ भी जुड़े हुए थे.