बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से हिन्दुओं पर अत्याचार जारी हैं। बांग्लादेश के मैमेनसिंह जिले दुर्गा पूजा से कुछ दिन पहले ही एक इस्लामी कट्टरपंथी ने हिन्दू देवी दुर्गा समेत कई मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दीं। उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियों में तोड़फोड़ करने वाले इस कट्टरपंथी का नाम यासीन मिया है। यासीन की उम्र 22 वर्ष है और पुलिस ने उसको तलाश कर उसे गुरुवार (26 सितम्बर) को गिरफ्तार कर लिया है। उसने जिन मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया है, वह अभी तैयार नहीं की जा सकीं थी।
यासीन मिया बुधवार (25 सितम्बर, 2024) को मैमेनसिंह जिले के गौरीपुर शहर में बने एक मंदिर में घुस गया और पिछले लगभग 20 दिनों से तैयार की जा रहीं हिन्दू देवी देवताओं की मूर्तियों में तोड़फोड़ करना चालू कर दिया। उसने मूर्तियों को उठा कर ले जाने की कोशिश की। इसी दौरान उस पर डॉली नाम की एक हिन्दू महिला की नजर पड़ गई।
While the foreign advisor kept telling world about safeguarding hinuds, the reality stands just the opposite.
In yet another systematic attack on hindus, idols meant for celebration of #DurgaPuja are vandalized at a temple at Gouripur Upazila in #Mymansing.
These rampant attack… pic.twitter.com/kwE0ljQLpK
— Bangladesh Perspectives (@bdperspectives) September 26, 2024
हिन्दू महिला ने यासीन को देख कर शोर मचाया, इसी दौरान आसपास मौजूद दो स्थानीय हिन्दू युवक आ गए और यासीन को पकड़ लिया। इसके बाद हिन्दुओं ने मौके पर पुलिस को बुला लिया। यासीन को पुलिस को सौंप दिया गया है। यासीन ने यह तोड़फोड़ गौरीपुर के गोबिन्दाज्यू मंदिर में की।
यासीन ने जिन मूर्तियों में तोड़फोड़ की है वह लगभग तैयार हो चुकीं थी और उन्हें 9 अक्टूबर, 2024 से चालू होने वाली दुर्गा पूजा में इस्तेमाल किया जाना था। इन मूर्तियों को केवल रंगना ही बाकी रह गया था। यासीन की तोड़फोड़ के कारण पूजा में बड़ा व्यवधान पड़ गया है।
यासीन को पुलिस गिरफ्तार करके उससे पूछताछ कर रही है। वह भी मैमेनसिंह जिला का ही रहने वाला है। उसकी अम्मी ने दावा किया है कि यासीन मानसिक रूप से विक्षिप्त है। पुलिस ने उसके खिलाफ हिन्दू भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।
इस मामले पर बात करते हुए बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद (गौरीपुर उपजिला) के अध्यक्ष ने कहा, “सभी मूर्तियाँ लगभग टूट गई हैं। मुझे समझ नहीं आता कि ऐसा क्यों किया गया। मैंने अपने जीवन में ऐसी घटना पहले कभी नहीं देखी।”
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला
शेख हसीना को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के पद से हटाए जाने के बाद से हिंदू मंदिरों, दुकानों और व्यवसायों पर कम से कम 205 हमले हो चुके हैं। इससे पहले बताया था कि कैसे खुलना शहर के सोनाडांगा क्षेत्र में ‘ईशनिंदा’ के आरोप में उत्सव मंडल नामक एक हिंदू लड़के को मुस्लिम भीड़ ने पीट-पीटकर लगभग मार डाला था।
हमने यह भी बताया था कि कैसे मुस्लिम छात्रों ने 60 हिंदू शिक्षकों, प्रोफेसरों और सरकारी अधिकारियों को अपने पदों से इस्तीफ़ा देने के लिए मजबूर किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ता और निर्वासित बांग्लादेशी ब्लॉगर, असद नूर ने हाल ही में खुलासा किया है कि अल्पसंख्यक समुदाय को अब ‘जमात-ए-इस्लामी’ में शामिल होने के लिए मजबूर किया जा रहा है। 6 सितंबर को, बांग्लादेश के चटगाँव शहर के कदम मुबारक इलाके में भगवान गणेश की मूर्ति ले जा रहे हिंदू भक्तों के जुलूस पर हमला किया गया था।