भारतीय वायुसेना इस साल अक्टूबर में बड़े पैमाने पर मल्टिलेटरल एक्सरसाइज करने की तैयारी कर रही है. इसका उद्देश्य 12 देशों के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाना है. इस एक्सरसाइज को नाम दिया गया है ‘तरंग शक्ति’. यह भारत में आयोजित अब तक का सबसे बड़ा हवाई अभ्यास होने का अनुमान है. इस अभ्यास में विभिन्न देशों और उनकी वायु सेना के फाइटर एयरक्राफ्ट की भी भागीदारी शामिल है.
हालांकि अभ्यास के स्थान का खुलासा अभी नहीं किया गया है. माना जा रहा है कि यह अभ्यास वेस्टर्न एयर कमांड में किया जा सकता है. इस एक्सरसाइज में फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन, जापान जैसे देशों की वायु सेना के शामिल होने की उम्मीद है. इस अभ्यास में 6 वायु सेनाएं सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगी. बाकी 6 ऑब्जर्वर के रूप में आयेंगी. हालांकि, इस अभ्यास के लिए कई और मंजूरी डिफेंस मिनिस्ट्री में लंबित है, लेकिन अभ्यास के लिए मंजूरी मिल गई है.
वायु सेनाओं के अभ्यास का मकसद
खास बात ये है कि सभी देशों की वायु सेनाएं भारत में आकर हमारी वायु सेना से सीखेंगी. इसमे वो नॉर्दर्न बॉर्डर की ऊंची पहाड़ियों से लेकर लंबे समुद्री सीमाओं के सर्विलांस भी एक साथ ऑपरेशन करने का अभ्यास करेंगी. अभ्यास में वायु सेनाओं के बीच सहयोग, आपसी समझ और अनुकूलता, क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने पर जोर होगा. इस अभ्यास की मेजबानी भारत के लिए गर्व की बात है. अभ्यास के जरिए भारत क्षेत्रीय सहयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और बड़े पैमाने पर संयुक्त सैन्य अभियान चलाने की अपनी क्षमता को भी प्रदर्शित करना चाहता है.
भारत-अमेरिकी वायु सेना ने भी किए अभ्यास
अभ्यास का मकसद बड़ी आपदाओं में एक साथ काम करना और सहयोग को बढ़ावा देना है. इससे पहले भारतीय वायु सेना ने फ्रांस के ओरियन और ग्रीस में INIOCHOS अभ्यास में हिस्सा लिया था. यह अभ्यास इसी साल हुए हैं. अप्रैल महीने में भारतीय वायु सेना और अेमरिकी वायु सेना ने कलाईकुंडा, पानागढ़ और आगरा बेस पर कोप इंडिया-2023 में एक संयुक्त अभ्यास में हिस्सा लिया था.