विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को बैंकॉक में बिम्सटेक बैठक में हिस्सा लिया। बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) के विदेश मंत्रियों के रिट्रीट के दौरान खाद्य, स्वास्थ्य और ऊर्जा सुरक्षा से संबंधित मुद्दे पर चर्चा की गई।
बैठक में भाग लेने वाले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ‘अभी-अभी बैंकॉक में एक सार्थक बिम्सटेक रिट्रीट संपन्न हुआ। सहकर्मियों के बीच एक खुली और दूरदर्शी चर्चा हुई। बिम्सटेक सदस्यों के बीच लचीलेपन और समन्वय को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जो उन चुनौतियों को दर्शाता है जिनका हम आज सामना कर रहे हैं। सहयोग के नए क्षेत्रों में प्रवेश के लिए नए पहलुओं और गतिविधियों की खोज की।
जयशंकर ने कहा ‘भोजन, स्वास्थ्य और ऊर्जा सुरक्षा आम चिंताएं हैं। प्रौद्योगिकी समाधान सहयोग और सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान दोनों के अधीन हो सकते हैं। हमारा साझा उद्देश्य विकास को बढ़ाना और समृद्धि को बढ़ावा देना है। इन विचारों को आगे बढ़ाने के लिए अधिक बार मिलने पर सहमति व्यक्त की गई है।’
क्या है बिम्सटेक?
बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) एक क्षेत्रीय संगठन है जिसकी स्थापना 06 जून 1997 को बैंकॉक घोषणा पर हस्ताक्षर के साथ की गई थी।
"Just started the BIMSTEC meeting in Bangkok", tweets External Affairs Minister S Jaishankar
(Pic source – S Jaishankar's twitter handle) pic.twitter.com/fkanuxzZ5A
— ANI (@ANI) July 17, 2023
कौन-कौन हैं इसके मेंबर?
बिम्सटेक के सदस्य देश बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड हैं। बता दें, यह रिट्रीट बिम्सटेक एजेंडे को और गहरा करने और संगठन को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए आयोजित किया जाता है।