भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन (IOA)’ ने निर्णय लिया कि एशियन गेम्स में बजरंग पूनिया और उनकी साली विनेश फोगाट को बिना ट्रायल के ही डायरेक्ट एंट्री दी जाएगी। अब इस पर विवाद खड़ा हो गया है कि अन्य खिलाड़ियों ने न्यायपालिका का दरवाजा खटखटाने की बात कही है। 65 किलोग्राम वर्ग में खेलने वाले विशाल कालीरमन और महिला पहलवान अंतिम पंघाल ने भी इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। बजरंग-विनेश ‘पहलवान आंदोलन’ में भी खासा सक्रिय रहे थे।
विशाल कालीरमन ने कहा कि कॉमनवेल्थ गेम्स की जब ट्रायल हुई थी तब वो फाइनल मुकाबले में बजरंग पूनिया से हार गए थे, लेकिन अब बिना ट्रायल के एशियन गेम्स में बजरंग पूनिया का इलेक्शन कर लिया गया है। विशाल कालीरमन ने कहा कि पिछले एक साल से बजरंग पूनिया प्रैक्टिस भी नहीं कर रहे हैं, जबकि वो और बाकी खिलाड़ी लगातार प्रैक्टिस में लगे हुए हैं। उन्होंने अपील की कि कम से कम उनलोगों का ट्रायल तो लिया जाए, वो कोई फेवर या फायदा नहीं माँग रहे।
उन्होंने कहा, “हम ये माँग नहीं कर रहे हैं कि हमें सीधा फाइनल-सेमीफाइनल लड़ा दिया जाए। पिछली बार भी कॉमनवेल्थ ट्रायल में बजरंग पूनिया को सीधा सेमीफाइनल में दिखाया गया था, जबकि हमने 5-5 कुश्तियाँ लड़ी थीं और तब फाइनल हुआ था। इसके लिए हम कोर्ट में भी जा सकते हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से हम अपनी बात रख रहे हैं। हम समर्थन की अपील करते हैं। हमारे घर वाले धरना भी कर रहे हैं जगह-जगह। हम भी धरना देंगे।”
उन्होंने कहा कि 15-15 साल हो गए और उन्हें ट्रायल में भी मौका नहीं दिया जाएगा तो भला उनके पहलवानी करने का फायदा ही क्या है? उन्होंने रवि दहिया और दीपक पूनिया जैसे अन्य खिलाड़ियों का भी नाम लिया और कहा कि केवल 2 खिलाड़ियों का नाम ही क्यों डाला गया? उन्होंने कहा कि बजरंग पूनिया मना करेंगे कि वो एशियन गेम्स में नहीं जाएँगे तभी ट्रायल होगा। उन्होंने कहा कि जहाँ ट्रायल लिया जाएगा एशियन गेम्स के लिए, वहीं मैट पर वो लोग धरना करेंगे।
वहीं अंडर-24 चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहलवान अंतिम पंघाल ने भी इस पर आपत्ति जताई कि महिलाओं के 53 किलोग्राम वर्ग में विनेश फोगाट को डायरेक्ट भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से विनेश फोगाट ने कोई प्रैक्टिस नहीं की है और उनकी इंजरी भी हुई थी। उन्होंने बड़ा दावा किया कि कॉमनवेल्थ के ट्रायल के समय 3 दिन विनेश फोगाट के साथ उनका मुकाबला हुआ था और उनके साथ चीटिंग हुई थी।