बिजनौर देहात में एक ऐसी महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जो एक गैंग बनाकर लोगों को ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठती थी। उसकी गिरफ्तारी से कई खुलासे हुए हैं। इस साल 29 मई को अकबराबाद के रहने वाले एहतशाम का निकाह प्रेस प्रसंग के बाद एक युवती से होता है। युवती ने खुद को हिंदू बताया था। उसने यह भी बताया था कि वह दिल्ली की रहने वाली है। निकाह के दो माह बाद ही युवती ने पुलिस को तहरीर देकर शौहर और ससुराल वालों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। इससे पहले उसने धमकी दी कि उसे दस लाख रुपये दो नहीं तो पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दूंगी। एहतशाम ने पैसा नहीं दिया तो उसने परिचितों से धमकी दिलवाई। जब ससुराल वालों ने बात नहीं सुनी तो उसने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने जांच शुरू की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
पुलिस के अनुसार युवती न तो हिंदू है और न ही दिल्ली की रहने वाली है। उसका असली नाम जमीला खातून है। वह असम के नालबरी डलगांव के रहने वाले रजब अली की पुत्री है। रजब अली ने अपनी बेटी के रूप में जमीला की पुष्टि की है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जमीला ने फर्जी नाम पूजा शर्मा पुत्री राजू शर्मा दिल्ली निवासी के रूप में फर्जी आधार कार्ड और अन्य पहचान पत्र दस्तावेज बनाए हुए हैं। पूजा बनकर उसने देहरादून के पटेल नगर निवासी नौशाद कुरैशी को भी इसी तरह अपने जाल में फंसाया था और उसके खिलाफ भी तहरीर दी थी। जांच में इस मामले की पुष्टि हो गई है। पुलिस में एहतशाम के पिता फरीद की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस एएसपी राम अर्ज के अनुसार जमीला का ब्लैकमेल करने का गैंग है, जिसमे चार और लोग भी शामिल है। पुलिस ने जमीला उर्फ पूजा, उसके साथी अमजद, जहीर, आसिफ को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है। उन्होंने बताया कि ये ऐसा गिरोह है जोकि लोगो से पैसा ऐंठता था।