भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने गोवा और कारवार के बीच फंसे भारत सरकार के एक अनुसंधान जहाज को बचा लिया है, जो तकनीकी समस्याओं के कारण समुद्री लहरों से जूझ रहा था। जहाज पर 28 सदस्यीय चालक दल के अलावा 8 वैज्ञानिक सवार थे। सभी 36 लोगों को बचाकर सुरक्षित रूप से गोवा लाया गया है। यह अत्याधुनिक अनुसंधान पोत कीमती वैज्ञानिक उपकरण और अनुसंधान डेटा ले जा रहा था।
कोस्ट गार्ड के डीआईजी केएल अरुण ने गुरुवार को बताया कि भारतीय तटरक्षक बल ने गुरुवार को गोवा और कारवार के बीच फंसे एक अनुसंधान जहाज को बचाया। जहाज में तकनीकी दिक्कत आ रही थी, जिसके कारण इसमें सवार कुल 36 लोग समुद्र में फंसे हुए थे। इस जहाज ने कल दोपहर लगभग 3 बजे संकट की घोषणा की कि इसमें कोई प्रणोदन नहीं है और पूरी तरह से बिजली बंद है। जहाज में 28 सदस्यीय चालक दल और 8 वैज्ञानिक थे और बचाए जाने के बाद उन्हें वापस गोवा लाया गया है। स्थिति गंभीर थी, क्योंकि अत्याधुनिक अनुसंधान पोत मूल्यवान वैज्ञानिक उपकरण और अनुसंधान डेटा ले जा रहा था। आखिरकार काफी मशक्कत के बाद इसे बचा लिया गया।
तटरक्षक बल ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि अनुसंधान पोत ‘सिंधु साधना’ के एक इंजन में खराबी और पूरी तरह से बिजली की विफलता से यह समुद्र तट की ओर 3 नॉटिकल माइल की गति से बह रहा था। गोवा के तटरक्षक बल मुख्यालय को जब 26 जुलाई को दोपहर 1 बजे के आसपास संकट संदेश मिला, तब यह पोत लगभग 20 समुद्री मील दूर था। संकट की कॉल मिलने पर भारतीय तटरक्षक बल तुरंत कार्रवाई में जुट गया और उच्च प्राथमिकता वाले बचाव अभियान को सक्रिय कर दिया। भारत सरकार का अनुसंधान पोत बचाने के लिए पहला जहाज शाम 5 बजे तक और दूसरा रात तक पहुंच गया।
इस महीने की शुरुआत में भारतीय तटरक्षक जहाज ‘अभीक’ ने समुद्र में फंसे पांच मछुआरों को एक नाव से बचाया था। भारतीय तटरक्षक जहाज कोच्चि से ओखा जा रहा था। इसी बीच यूके संस नाम की मछली पकड़ने वाली नाव चालक दल के पांच सदस्यों के साथ 30 जून 2023 को बेपोर के पास समुद्र में निकली थी। बाद के दिनों में मौसम बिगड़ने पर भारी लहरों के कारण नाव किसी भी मछली पकड़ने वाले बंदरगाह में प्रवेश करने में असमर्थ थी।
भारतीय तटरक्षक के मुताबिक 6 जुलाई को नाव मालिक ने बेपोर में भारतीय तटरक्षक स्टेशन को सूचित किया कि मौसम और खराब होने के कारण उसकी नाव देवभूमि द्वारका जिले के ओखा बंदरगाह के पास चालक दल के पांच सदस्यों के साथ समुद्र में फंसी है। इसके बाद भारतीय तटरक्षक का जहाज ‘अभीक’ चालक दल को सुरक्षित निकालने के लिए डायवर्ट किया गया। भारतीय तटरक्षक जहाज तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा और प्रतिकूल मौसम के बावजूद समुद्र में फंसे सभी पांच लोगों को सफलतापूर्वक बचाया गया।