भारतीय जनता पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों से पहले अपना संगठन मजबूत करना प्रांरभ कर दिया है। भाजपा ने इसी क्रम में राष्ट्रीय पदाधिकारियों की नई सूची जारी की है। भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की नई राष्ट्रीय टीम में कई नए चेहरे शामिल किए गए हैं जबकि पुराने लोगों को भी बनाए रखा गया है। भाजपा की इस नई सूची में 37 नाम शामिल हैं।
भाजपा ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर 13 लोगों को नामित किया है। छतीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, छतीसगढ़ से सांसद सरोज पांडे, उत्तर प्रदेश से सांसद रेखा वर्मा और लक्ष्मीकांत बाजपेयी समेत उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य तारिक मंसूर और केरल से आने वाले अब्दुल्लाह कुट्टी समेत 6 अन्य व्यक्तियों को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda ने निम्नलिखित केंद्रीय पदाधिकारियों के नामों की घोषणा की है- pic.twitter.com/0aaArxHF30
— BJP (@BJP4India) July 29, 2023
तेलंगाना भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद संजय बंडी कुमार और उत्तर प्रदेश से सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल को राष्ट्रीय महामंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई है। उत्तर प्रदेश में भाजपा को शानदार जीत दिला चुके सुनील बंसल को तेलंगाना, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय महामंत्री के तौर पर कैलाश विजयवर्गीय, तरुण चुग, विनोद तावड़े और अरुण सिंह समेत दुष्यंत गौतम को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के तौर पर बीएल संतोष को यथावत रखा गया है वहीं राष्ट्रीय सचिव के तौर पर कुछ ही दिनों पूर्व कॉन्ग्रेस छोड़ भाजपा में आए पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी को जगह दी गई है। अनिल एंटनी को राष्ट्रीय स्तर पर पद देना बड़ा कदम माना जा रहा है। यह भाजपा को राष्ट्रीय स्तर पर मदद करने के साथ ही केरल में भी बड़ी बढ़त दिलाएगा।
महाराष्ट्र से आने वाली पंकजा मुंडे को भी राष्ट्रीय सचिव की जिमेदारी सौंपी गई है। भाजपा ने नियुक्तियों को करते हुए प्रादेशिक और सामजिक समीकरणों का पूरा ध्यान रखा है। उत्तर प्रदेश से आने वाले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति को उपाध्यक्ष बनाया गया है, वह पसमांदा समाज से समबन्ध रखते हैं। उनको राष्ट्रीय स्तर पर शामिल किया जाना यह दर्शाता है कि भाजपा पसमांदा राजनीति को लेकर पूरी तैयारी में है।
वहीं, केरल से अब्दुल्ला कुट्टी और अनिल एंटनी को शामिल किए जाने के पीछे पार्टी द्वारा केरल में अपने आधार को बढ़ाने का प्रयास है। यह दोनों नेता केरल से आते हैं और केरल में लगभग 50% वोट रखने वाले समुदायों (मुस्लिम, ईसाई) से सम्बन्ध रखते हैं। अनिल एंटनी को राष्ट्रीय स्तर पर लाकर भाजपा ने यह सन्देश भी दिया है कि दूसरी पार्टी से आने वाले युवा नेताओं को उचित सम्मान दिया जाएगा।