1 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार हर साल लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि के मौके पर प्रदान किया जाता है।
इस खबर में हम आपको बताएंगे कि आखिर यह पुरस्कार किसको दिया जाता है, क्यों दिया जाता है और अब तक किस-किस को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
कौन देता है यह पुरस्कार?
हर साल 1 अगस्त को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट (हिंद स्वराज संघ) की ओर से लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि के अवसर पर दिया जाता है। लोकमान्य तिलक 20वीं सदी की शुरुआत में भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख व्यक्ति थे।
यह बाल गंगाधर तिलक भारतीय स्वशासन (स्वराज्य) के प्रबल समर्थक थे और साथ ही, जनता को संगठित करने में उन्होंने बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
पीएम मोदी को क्यों दिया जा रहा ये पुरस्कार?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 41वां लोकमान्य तिलक पुरस्कार दिया जाएगा। तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने नागरिकों के बीच देशभक्ति की भावना को बढ़ावा दिया है, जिसके लिए उन्हें सम्मानित किया जा रहा है।
इसके साथ ही, देश के प्रति पीएम मोदी के असाधारण नेतृत्व के लिए भी उन्हें यह पुरस्कार दिया जा रहा है। ट्रस्ट ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश लगातार आगे बढ़ रहा है।
बता दें कि इस पुरस्कार में सम्मान के तौर पर प्राप्तकर्ता को एक स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।
साल 2022 में किसे मिला यह सम्मान?
पिछले वर्ष लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार भारत की ‘मिसाइल महिला’ के नाम से मशहूर वरिष्ठ वैज्ञानिक टेसी थॉमस को दिया गया था। टेसी थॉमस ने अग्नि-4 और अग्नि-5 मिसाइल प्रणालियों के लिए परियोजना निदेशक के रूप में कार्य किया है। इन्होंने देश की रक्षा क्षमताओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसके लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
पहले भी कई लोगों को मिल चुका है यह राष्ट्रीय पुरस्कार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले भी कई वरिष्ठ लोगों को यह सम्मान दिया जा चुका है। पीएम मोदी से पहले इंदिरा गांधी, मनमोहन सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी, शरद पवार, राहुल बजाज, साइरस पूनावाला को भी इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।