संत रविदास मंदिर का शिलान्यस और भूमिपूजन के बाद सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- संत रविदास स्मारक एवं संग्रहालय में भव्यता भी होगी और दिव्यता भी होगी. ये दिव्यता रविदास जी की उन शिक्षाओं से आएगी, जिन्हें आज स्मारक की नींव में जोड़ा गया है. सम्रस्ता की भावना के साथ इसमें 20 हजार से ज्यादा गांवों की और 300 से ज्यादा नदियों की मिट्टी इस स्मारक का हिस्सा बनी हैं. एक मुट्ठी मिट्टी के साथ-साथ मध्य प्रदेश के लाखों परिवारों ने सम्रस्ता भोज के लिए एक-एक मुट्ठी अनाज भी भेजा है. इसके लिए जो 5 सम्रस्ता यात्राएं चल रही थीं आज उनका भी सागर की धरती पर समागम हुआ है.
#WATCH | PM Narendra Modi begins his speech after laying the foundation stone for Sant Shiromani Gurudev Shri Ravidas Memorial in Sagar district, Madhya Pradesh pic.twitter.com/baOTsijpHq
— ANI (@ANI) August 12, 2023
पीएम मोदी ने कहा कि ये सम्रस्ता यात्राएं यहां खत्म नहीं हुई हैं, बल्की यहां से सामाजिक सम्रस्ता के एक नए युग की शुरुआत की है. पीएम मोदी ने कहा कि प्रेरणा और प्रगति जब एक साथ जुड़ते हैं तो नए युग की नींव पड़ती है. आज हमारा देश, हमारा मध्य प्रदेश इसी ताकत के साथ आगे बढ़ रहा है. इसी क्रम में आज यहां कोटा-बीना रेलवे लाइन के दोहरीकरण का भी लोकार्पण हुआ है. पीएम मोदी ने कहा, सब लोग जात-पात के फेर में उलझे हैं और ये बीमारी मानवता को खा रही है. उस वक्त संत रविदास जी एक तरफ सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बोल रहे थे तो दूसरी तरफ देश की आत्मा को झकझोर रहे थे. जब हमारी आस्थाओं पर हमले हो रहे थे, हमारी पहचान मिटाने के लिए हम पर पाबंदी लगाई जा रही थी, तब रविदास जी ने कहा था, पराधीनता पाप है.
#WATCH | PM Narendra Modi performs 'Bhoomi Poojan' at Sant Shiromani Gurudev Shri Ravidas Memorial Sthal in Sagar district, Madhya Pradesh pic.twitter.com/5MmIdK3WoP
— ANI (@ANI) August 12, 2023
संत रविदास ने समाज को अत्याचार से लड़ने का हौसला दिया
पीएम मोदी ने कहा, संत रविदास जी ने कहा कि पराधीनता सबसे बड़ा पाप है. जो पराधीनता को स्वीकार कर लेता है, उसके खिलाफ जो लड़ता नहीं है उससे कोई प्रेम नहीं करता है. संत रविदास ने समाज को अत्याचार से लड़ने का हौसला दिया था. इसी भावना को लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिंदवी स्वराज की नींव रखी थी. यही भावना आजादी की लड़ाई में लाखों लाख स्वाधीनता सेनानियों के दिलों में थी और इसी भावना को लेकर आज देश गुलामी की मानसिकता से मुक्ति के संकल्प पर आगे बढ़ रहा है.
पीएम मोदी बोले- मैं जानता हूं भूखे रहने की तकलीफ क्या होती है
पीएम मोदी ने कहा संत रविदास जी ने कहा था कि समाज ऐसा होना चाहिए, जिसमें कोई भी भूखा न रहे. छोटा-बड़ा इससे ऊपर उठकर आगे बढ़े और सब लोग मिलकर साथ रहें. आज आजादी के अमृतकाल में हम देश को गरीबी और भूख से मुक्त करने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कोरोना महामारी के दौरान पूरी दुनिया की व्यवस्थाएं चरमरा गई थीं. उस वक्त भारत के गरीब तबके के लिए, दलित आदिवासियों के लिए हर कोई आशंका जता रहा था. कहा जा रहा था कि 100 साल बाद इतनी बड़ी आपदा आई है तो समाज का ये तपका कैसे रह पाएगा. उस वक्त मैंने तय किया चाहे कुछ भी हो जाए मैं अपने देश के लोगों को खाली पेट सोने नहीं दूंगा. पीएम मोदी ने कहा कि मैं जानता हूं भूखे रहने की तकलीफ क्या होती है. मैं जानता हूं कि गरीब का स्वाभिमान क्या होता है. पीएम मोदी ने कहा मैं तो आपके परिवार का ही सदस्य हूं. आपका सुख दुख समझने के लिए किताबें नहीं ढूंढनी पड़ती. यही कारण है कि हमने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की. 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन सुनिश्चित किया. आज हमारे इन प्रयासों की तारीफ पूरी दुनिया में होती है.
#WATCH | Sagar, Madhya Pradesh: Prime Minister Narendra Modi says, "During the Covid pandemic, I have decided that I will not let the poor sleep hungry. I don't need to find books to understand your pain. We started 'Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana' and provided free… pic.twitter.com/7iqtANLFzM
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14 हजार वर्ग फुट में तैयार होगा इंटरप्रिटेशन म्यूजियम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दोपहर सागर पहुंचकर संत रविदास मंदिर का शिलान्यस और भूमिपूजन किया. 11 एकड़ भूमि पर तैयार होने वाले संत रविदास मंदिर को बनाने में 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस मंदिर को बनाने में नागर शैली के पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके साथ ही इसमें संगत हॉल, लाइब्रेरी, इंटरप्रिटेशन म्यूजिम, फूड कोर्ट का निर्माण किया जाएगा. बता दें कि 14 हजार वर्ग फुट में तैयार होने वाले इंटरप्रिटेशन म्यूजियम में 4 गैलरी बनाए जाने की योजना है.