प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्टूबर के मध्य में उत्तराखंड के मानसखंड क्षेत्र का दौरा कर सकते हैं। इसके मद्देनजर कुमायूं आयुक्त और आईजी सक्रिय हैं और पीएम के संभावित कार्यक्रम को लेकर तैयारियों में जुटे हैं।
जानकारी के अनुसार पीएम मोदी व्यास घाटी में नए तीर्थ स्थल के रूप में खोजे गए कैलाश दर्शन स्थल का दौरा कर सकते हैं। ऐसी जानकारी मिली है कि पीएम मोदी धारचूला से आगे नारायण आश्रम अथवा वाइब्रेट विलेज गूंजी में रात्रि विश्राम कर सकते है। नारायण आश्रम 1939 में स्थापित हुआ था जिसे स्वामी नारायण ने बनवाया था और इसे बनवाने में गुजरात के लोगों की बड़ी भूमिका रही थी। कैलाश मानसरोवर जाने वाले यात्री भी यहां होकर ही आगे की यात्रा करते हैं। पीएम मोदी व्यास घाटी में आदि कैलाश, ॐ पर्वत, पार्वती ताल, व्यास गुफा के साथ साथ कैलाश दर्शन के उस स्थान पर भी जा सकते हैं जिसे हाल ही में खोजा गया है। पीएम मोदी यहां से शिव भक्तों को आने का निमंत्रण दे सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि कोविड के बाद से चीन ने भारत मार्ग से आने वाले कैलाश यात्रियों के लिए पाबंदियां लगाई हुई हैं। ऐसे में यदि भारत सीमा से कैलाश दर्शन हो जाएंगे तो, इससे शिवभक्तों की मनोकामना पूर्ण होगी। ऐसा कहा जा रहा है कि उत्तराखंड सरकार हेलीकॉप्टर सेवा के जरिए शिवभक्तों को यहां लाने की योजना पर काम कर रही है। इसीलिए हिंडन एयरपोर्ट से पिथौरागढ़ के लिए उड़ान शुरू की जाएगी। वहां से हेलीकॉप्टर के जरिए कैलाश दर्शन कराया जाएगा। साथ ही सड़क मार्ग भी दुरुस्त किया जा रहा है, जिस पर बीआरओ का काम तेज हुआ है।