इजरायल के खिलाफ हमास के आतंकी हमले की दुनियाभर में आलोचना हो रही है. जहां एक तरफ अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन खुलकर इजरायल के समर्थन में हैं वहीं भारत भी समर्थन कर रहा है. भारत के समर्थन के दिए जाने के बाद फिलिस्तीनी समर्थक हैकर्स भी सक्रिय हो भारत सरकार की अहम साइट्स को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं. इन सबके बीच भारत समर्थक समूह(indian cyber supporter) भी खुलकर मैदान में आ चुके हैं.
भारतीय समर्थकों ने दिया जवाब
भारत के साइबर प्रतिष्ठान(indian cyber system) ने इन साइबर हमलों को नाकाम कर दिया है, खास बात यह है कि सोमवार को दिल्ली सरकार और एम्स की साइट को निशाना बनाने की कोशिश की गई थी. जवाब में भारत समर्थक धड़ों ने फिलिस्तीनी नेशनल बैंक और नेशनल टेलीकम्यूनिकेशन कंपनी को टारगेट किया. हमास की साइट को तो कुछ देर के लिए डिसएबल भी कर दिया गया था. बता दें कि घोस्ट्स ऑफ फिलिस्तीन नाम के एक समूह ने भारत और इजरायल के इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाने के लिए दूसरे हैकर्स को न्यौता भी दिया है.
हमास के हमले के बाद हैकर्स भारतीय सरकारी साइट्स को निशाना ना बना सकें इसके लिए डीआरडीओ को अहम जिम्मेदारी दी गई है. डीआरडीओ ने भी अपने साइबर विंग सर्ट-एन की मदद से इन सायबर अटैक्स का रोकने की कोशिश में जुट गया है. बता दें कि इजरायल और हमास (israel hamas conflict) के बीच पिछले चार दिन से जंग जारी है. इजरायल ने कहा है कि हमास के हमलों को पूरजोर जवाब दिया है. हमास के वजूद को पूरी तरह समाप्त कर देंगे. इन सबके बीच इजरायल के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमास के आतंकी बर्बर और शैतान है उनसे ज्यादा मानवीय एआई है. इसके साथ ही इजरायल ने लोगों से कहा है कि वो गाजा पट्टी को छोड़कर मिस्र चले जाएं.