उत्तराखंड में स्थित उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फँसे 41 मजदूर जल्द ही बाहर आ सकते हैं। सुरंग के भीतर ड्रिलिंग का काम फिर से चालू हो गया है। ये मजदूर 12 नवम्बर 2023 से सुरंग के भीतर फँसे हुए हैं। हाल ही में एक अन्य पाइप और कैमरे को मजदूरों तक पहुँचने पर उनके जल्द निकलने की उम्मीद जगी थी।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue: NDRF Second in Command Ravi S Badhani says, "The rescue operation is going really well. A good horizontal drill is happening… According to my knowledge, we are very close to victims now… It's difficult to give a time frame,… pic.twitter.com/ufMTk080PV
— ANI (@ANI) November 22, 2023
दरअसल, ये मजदूर 12 नवम्बर 2023 की सुबह सुरंग में अचानक मलबा आ जाने के कारण सभी इसके अंदर फँस गएृ। इसके बाद से इन्हें रेस्क्यू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस रेस्क्यू में NDRF, SDRF, राज्य प्रशासन, BRO और अंतरराष्ट्रीय एक्सपर्ट भी लगे हुए हैं। सबसे पहले मलबा हटाने की कोशिश की गई थी, लेकिन लगातार नया मलबा आ जाता था।
इसके पश्चात ऑगर मशीनें लगाकर 3 फीट की व्यास वाली पाइप के जरिए मजदूरों को निकालने का प्रयास किया गया था। इन पाइप को मलबे के बीच से गुजार कर मजदूरों तक पहुँचाने का प्लान बनाया गया था। इसके लिए पाइप को वायुसेना ने उत्तरकाशी तक पहुँचाया भी है। इस मामले पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रधानमंत्री मोदी लगातार नजर बनाए हुए हैं।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel incident | Pantnagar: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, "The auger machine is working today. I am hopeful that all the workers will come out safely." pic.twitter.com/karXyApVXB
— ANI (@ANI) November 22, 2023
पाइप को अंदर धकेलने के लिए अमेरिकी ऑगर मशीनों का सहारा लिया जा रहा है। हालाँकि, मशीनों में खराबी आने और अन्दर से पहाड़ के दरकने की आवाजों के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन को रोकना पड़ा था। इसके अतिरिक्त, मशीनों से डाले जाने वाले पाइप में दूसरा पाइप जोड़ने के लिए वेल्डिंग भी करनी पड़ती है, जिसे ठंडा किया जाता है। इसमें भी समय लगता है।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel incident | Uttarkashi SP Arpan Yaduvanshi says, "The progress has been really good since last night. We have crossed 39 metres. Everyone is excited, the operation is moving in the right direction. If there are no obstacles ahead, we will… pic.twitter.com/xqaWG4HWvL
— ANI (@ANI) November 22, 2023
हालाँकि, घटनास्थल पर बीते दो दिनों में काफी अच्छी प्रगति हुई है। सबसे पहले मजदूरों तक 6 इंच व्यास वाला पाइप पहुँचाया गया, जिसके माध्यम से खाना-पानी और फिर कैमरा भेजा गया। इसके जरिए मजदूरों से लाइव कॉनट्रैक्ट भी किया गया है। इन मजदूरों को इस पाइप के माध्यम से कपड़े और माइक्रोफोन भेजे गए।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Ambulances have been stationed at the incident site.
A part of the Silkyara tunnel collapsed in Uttarkashi on November 12 and 41 workers are stranded inside the tunnel pic.twitter.com/szwypMbpfX
— ANI (@ANI) November 22, 2023
पाइप अन्दर भेजने में काफी अच्छी प्रगति हो रही है। कुल 60 मीटर का इलाका ऐसा है, जिसमें मलबा आया है, अभी तक इसमें से 39 मीटर तक पाइप भेजा जा चुका है। 20-25 मीटर और पाइप डालने के बाद मजदूर बाहर आ सकेंगे। उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि कल से काफी अच्छी प्रगति हो रही है।
सुरंग के बाहर उत्तराखंड सरकार ने लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस भी भेज दी है। मजदूरों के बाहर आने के तुरंत बाद ये एम्बुलेंस उन्हें लेकर मेडिकल चेकअप के लिए लेकर जाएगी।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Former advisor to the Prime Minister's Office, Bhaskar Khulbe says "It is a matter of great pleasure for us that 39 metres of pipeline has been drilled from inside the horizontal pipeline tunnel. Everything is going good. I spoke… pic.twitter.com/MlCENo2msm
— ANI (@ANI) November 22, 2023
सुरंग से मजदूरों को निकालने के लिए बाक़ी रास्तों पर भी काम चालू हो गया है। सुरंग के दूसरे मुहाने बड़कोट की तरफ से भी खुदाई चालू हो गई है।
सुरंग में ऊपर की तरफ से वर्टिकल ड्रिलिंग का भी काम चालू हो गया है। घटनास्थल पर पीएमओ में पूर्व ऑफिसर भाष्कर खुलबे, पीएमओ में अफसर मनोज घिल्डियाल, अंतरराष्ट्रीय सुरंग एक्सपर्ट अर्नाल्ड डिक्स और अन्य अधिकारी मौजूद हैं।