मध्य प्रदेश चुनावों में एक मुस्लिम फ़कीर की चप्पलों वाली दुआ लेने के बाद भी कॉन्ग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा हार गए। बीते दिनों उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें वह सड़क किनारे एक मुस्लिम पीर से खुद को चप्पल रसीद करवा रहे थे। चप्पलों की ये मार दुआ के रूप में ली जा रही थीं।
पारस सकलेचा रतलाम शहरी सीट से चुनाव लड़ रहे थे। उनको भाजपा के चेतन कश्यप ‘भैयाजी’ ने हराया है। चेतन कश्यप को 1,09,656 लाख वोट मिले हैं जबकि सकलेचा को 48,948 वोट मिले हैं। वह 60,708 वोट के अंतर से हारे हैं। परिणाम में दिख रहा है कि मुस्लिम फ़कीर की चप्पलों का कोई असर सकलेचा के चुनावी नतीजे पर नहीं पड़ा।
पारस सकलेचा का यह वीडियो चुनाव प्रचार के दौरान वायरल हुआ था। वीडियो में देख सकते हैं कि पारस सकलेचा को वीडियो में नजर आ रहे फकीर बाबा कभी पीठ पर कभी कंधे पर, कभी मुँह पर चप्पल मारते हैं। और ऐसा नहीं कि ये कि वो एक बार मारकर रुकते हैं, देख सकते हैं कि किस तरह वीडियो में वो ताबड़तोड़ चप्पल मारते ही रहते हैं। पीछे से कोई व्यक्ति कहता भी है ‘बस बाबा बस’, लेकिन फकीर बाबा नहीं रुकते। इस दौरान कॉन्ग्रेस नेता हँसते-हँसते बस उनकी पैर छूते रहते हैं।
इस वीडियो को देखने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने कॉन्ग्रेस नेता का बहुत मजाक उड़ाया था। कोई कह रहा था कि कॉन्ग्रेस है ही चप्पल खाने लायक तो कोई चुटकी लेते हुए कह रहा है कि बाबा ने दुआ देने में कोई कमी नहीं रखी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कॉन्ग्रेस नेता को चप्पल-चप्पल मारने वाला व्यक्ति कमाल रजा नाम का फकीर है।
वह महू नीमच रोड पर घूमते हैं और अपने पास मुराद लेकर आने वाले लोगों को चप्पलों से पीटकर दुआ देते हैं। अपनी फरियाद लेकर तमाम लोग नई चप्पलें लेकर आते हैं ताकि उन्हें उसी से पीटकर कमाल रजा अपनी दुआ दे सकें। कॉन्ग्रेस नेता समेत तमाम लोगों का मानना था कि इस तरह की दुआ जिन फरियादियों को कमाल रजा ने दी, उनके जीवन में उन्हें सफलता मिली। पारस सकलेचा भी इस बार चुनावी मैदान में थे तो अपनी जीत के लिए उन्होंने ये हथकंडा आजमाया था, जो कि फेल हो गया।
पारस सकलेचा वही नेता हैं जिन्होंने भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा को ‘डायन’ कहा था। यह विवादित बयान उन्होंने 2019 चुनावों के दौरान दिया था। वह मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले के व्हिसलब्लोअर भी हैं।