राजस्थान में प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद भी बीजेपी में सीएम पद के नाम पर सस्पेंस अभी बना हुआ हा। इस बीच खबर यह है कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा आज शाम राजस्थान से जीतकर आनेवाले पार्टी के विधायकों के साथ वर्चुअल मीटिंग करेंगे। कभी बालकनाथ तो कभी वसुंधरा राजे..सीएम पद के लिए सुर्खियों में यही नाम छाए हुए हैं।
पर्यवेक्षक नियुक्त
इससे पहले शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान में विधायक दल के नेता के चयन के लिए शुक्रवार को केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी। पार्टी की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक राजस्थान में विधायक दल के नेता के चयन के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा सदस्य सरोज पांडे और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
‘गोलबंदी’ की अटकलें
इससे पहले मंगलवार को पांच विधायकों के जयपुर के एक ‘रिसॉर्ट’ में एक साथ ठहरने से ‘गोलबंदी’ की अटकलें लगाई जाने लगी थीं। हालांकि, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने इस तरह की किसी भी संभावना को खारिज कर दिया। कोटा संभाग के पांच भाजपा विधायक मंगलवार रात सीकर रोड स्थित एक रिसॉर्ट में ठहरे, लेकिन इन विधायकों में शामिल ललित मीणा (किशनगंज) को संदेह हुआ कि यह विधायकों की ‘गोलबंदी’ जैसा है। विधायक ललित मीणा के पिता ने दावा किया कि उनके बेटे और किशनगंज (बारां जिला) के नवनिर्वाचित विधायक को अन्य चार लोगों ने वहां कैद कर रखा। उनके पिता द्वारा जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय को सूचित करने के बाद बुधवार सुबह मीणा को वहां लाया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक कंवर लाल मीणा ने उन्हें यह कहकर रिसॉर्ट में रुकने के लिये मजबूर किया कि यह दुष्यंत सिंह का निर्देश है। लेकिन इसके बाद कंवर लाल मीणा ने मीडिया में बयान जारी कर आरोपों का खंडन किया। मीणा ने कहा कि उन पर और दुष्यंत सिंह पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं। हालांकि, यह तुरंत स्पष्ट नहीं हुआ कि अन्य चार सीकर रोड पर स्थित रिर्सार्ट में रुके थे या नहीं। इससे पहले ललित मीणा ने अपने पिता हेमराज मीणा को इसकी जानकारी दी जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सूचित किया गया। पार्टी के कुछ नेता ‘रिसॉर्ट’ पहुंचे और विधायक को बुधवार तड़के पार्टी कार्यालय लाया गया। पार्टी सूत्रों ने इसकी पुष्टि की। संपर्क करने पर ललित मीणा ने विवरण देने से इनकार कर दिया।