देश की खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि भारत के पंजाब और जम्मू से सटी पाकिस्तान सीमा (Pakistan Border) से ड्रोन के जरिए जिन हथियारों और ड्रग्स की सप्लाई हो रही है उस काम को ज़्यादातर जैश के ट्रेंड आतंकवादी ऑपरेट कर रहे हैं. इसके साथ ही ड्रग्स और हथियारों की स्मगलिंग में शामिल आरोपियों ने पूछताछ में जो बड़ा खुलासा किया है वो भी काफी चौकाने वाला है.
भारतीय एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में भारतीय सीमा के बिल्कुल नजदीक एक ड्रोन कमांड सेंटर भी बनाया गया है. सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक जिन ड्रोन्स को अब तक पकड़ा गया है उनके चिप से हुई एनालिसिस के आधार पर ये भी पता चला है कि कुछ ड्रोन्स को पाकिस्तानी रेंजर्स के कैम्प के बिल्कुल नजदीक से भारतीय इलाकों में लांच किया जा रहा है. सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि ISI ऐसे ऑपेरशन को कोआर्डिनेट कर रही है.
ड्रग्स की सप्लाई के जरिये जैश आतंकियों की फंडिंग करने के साथ साथ हथियारों की सप्लाई भी कर रहा है. देखा जाए तो इस साल जनवरी महीने से पंजाब से सटे बॉर्डर के इलाकों से पाकिस्तान की ओर से आने वाले कई ड्रोन्स को BSF ने सीमा पार ही मार गिराया है जिससे पाकिस्तान के आतंकियों में बुरी तरह से खलबली मची हुई है.
पंजाब पुलिस और BSF सीमा पर पकडे गए इन ड्रोन्स में चिप्स की टेक्निकल एनालिसिस से ड्रोन के रूट्स की अहम जानकारियां सुरक्षा बलों को मिली है. इनके रूट को डिटेक्ट किये जाने के बाद BSF के लिए ऐसे ड्रोन पर काबू करना पहले के मुकाबले काफी आसान हो गया है.
जम्मू कश्मीर में आतंकियों के पास हथियारों और गोल बारूद की कमी है. LOC और पाकिस्तान से सटी अंतराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी के चलते अब आतंकियो के कमांडर्स के लिए भारतीय सीमा में आतंकियो की घुसपैठ कराना आसान नहीं रहा है यही वजह है कि अब ड्रोन के जरिये भारतीय सीमा में हथियार सप्लाई करने की लगातार साजिशें रची जा रही हैं.