संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत का डंका बजा है. ‘ग्लोबल विजन इंडिया फाउंडेशन’ के निदेशक नचिकेत जोशी को संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय न्यूयॉर्क में भाषण के लिए न्योता भेजा गया. 8वें मल्टी-स्टेकहोल्डर फोरम में जोशी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर अपना भाषण रखा. उन्होंने कोरोना वायरस महामारी से उबरने में तेजी लाने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विश्वास को मजबूत करने के महत्व’ पर अपनी बात रखी.
अपने भाषण में जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनौतियों से निपटने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विश्वास बनाने के लिए भारत की ओर से उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला. इसके अलावा जोशी ने इस बात पर जोर दिया कि तकनीकी के माध्यम से जनता के पास कोरोना महामारी और इसके प्रभाव से निपटने के उपाय की भी सही जानकारी पहुंचे. नचिकेत जोशी ने कहा कि भारत में मीडिया और सोशल मीडिया नेटवर्क के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सार्वजनिक समझ और विश्वास को बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावशाली रणनीति बनाई गई थी.
उन्होंने भाषण में ‘मन की बात’ कार्यक्रम में का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में जनसरोकारों के मुद्दों को उठाया, उसमें हेल्थ का मुद्दा प्रमुख था. यह प्लेटफॉर्म निचले तबके तक पहुंच का सबसे सशक्त माध्यम बना. ये इतना हिट रहा कि अभी इसके 100वें एपिसोड का संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सीधा प्रसारण किया गया.
जोशी ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान और उसके बाद चल रहे वैज्ञानिक अनुसंधानों और उससे होने वाले फायदे ने देश के लोगों का ध्यान खींचा. भारत ने टीकों को विकसित किया और टीकों में विश्वास सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर लोगों को जागरुक किया, इसमें साइंस और टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल किया गया.
इसके अलावा जोशी ने विभिन्न देशों और संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करते हुए पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के टीकाकरण कार्यक्रम की सफलता की कहानी भी शेयर की. उन्होंने बताया कि यह सबसे सफल अभियानों में से एक है और इसने दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है. भारत ने 20 जनवरी 2021 से वैक्सीन उपलब्ध कराना शुरू किया. जनवरी 2023 तक भारत ने करीब 150 देशों की कोविड वैक्सीन से मदद की है. भारत ने दुनिया भर में वैक्सीन पहुंचाई, जिसकी दुनियाभर में प्रशंसा की गई. भारत में अब तक 220 करोड़ से ज्यादा भारतीयों को वैक्सीन का डोज लग चुकी है.
कौन हैं नचिकेत जोशी?
बता दें कि नचिकेत जोशी एक सामाजिक उद्यमी, पर्यावरणविद् और प्रसिद्ध लेखक हैं. वह ग्लोबल विजन इंडिया फाउंडेशन के निदेशक हैं. उनका अनुभव राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विकास, मानवाधिकार, सांस्कृतिक सद्भाव, लैंगिक समानता और उद्यमिता समेत कई क्षेत्रों में है.