केंद्र सरकार देश की जनता को नए साल का बड़ा तोहफा देने की तैयारी में है। जानकारी के अनुसार जल्द ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की जा सकती है। इसके लिए सरकार ने ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। इनकी कीमतों में 8 से 10 रुपये की कमी की जा सकती है। माना जा रहा है कि यह साल खत्म होने से पहले ही नई कीमतों का ऐलान किया जा सकता है।
महीने के आखिर में इस पर चर्चा भी तेज हो चली है. पेट्रोलियम मिनिस्ट्री और फाइनेंस मिनीस्ट्री के बीच काफी दिनों से इस बात पर चर्चा चल रही थी कि देश में पेट्रोल और डीजल सस्ता किया जाए या नहीं? अगर किया भी जाए तो कितना किया जाए? साथ ही इस बात पर भी चर्चा चल रही थी कि दोनों मंत्रालयों में कौन इसका भार उठाएगा? या फिर ऑयल कंपनियों पर ही इस पूरे खर्च का भार डाला जाए. जानकारों की मानें तो इस पूरे मामले पर दोनों मंत्रालयों के बीच सहमति बन चुकी है. पेट्रोल और डीजल को सस्ता करने की भी तैयारी हो चुकी है. जिसका ऐलान देश के प्रधानमंत्री खुद करने जा रहे हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर सरकार की ओर से किस तरह का फार्मूला अपनाया जा रहा है?
पीएम खुद करेंगे बड़ा ऐलान
नए साल में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तोहफा देते हुए पेट्रोल और डीजल की कीमत में 10 रुपए प्रति लीटर कटौती की घोषणा कर सकते हैं. इस फैसले को इसलिए अहम माना जा रहा है कि देश में महंगाई को कम करना सरकार का प्राइमरी टारगेट बन गया है. आरबीआई पहले ही महंगाई को कम करने के लिए ब्याज दरों में 2.50 फीसदी का इजाफा कर चुकी है. साथ ही खाद्य महंगाई को कम करने के लिए सरकार पहले से कई तरह के कदम उठा रही है. अब सिर्फ पेट्रोल और डीजल ही था, जोकि सरकार के लिए गले की फांस बन रहा था. जिसपर कुछ समय से वित्त और तेल मंत्रालय के बीच मंथन चल रहा था. टीवी9 भारतवर्ष ने पहले भी बताया था कि दोनों ही मंत्रालय दिसंबर के महीने में ऑब्जर्व करना चाहते थे कि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम कितने रहते हैं. उनका मानना था कि अगर कच्चे तेल की कीमतें 80 डॉलर या उससे नीचे रहती हैं तो जनवरी की शुरुआत में पेट्रोल और डीजल की कीमत को कम किया जाएगा.
कच्चे तेल की कीमतों का ऐसा रहा हाल
वित्त वर्ष 2023-24 में अभी तक कच्चे तेल की औसत कीमत प्रति बैरल 77.14 डॉलर (करीब 6416 रुपये) है। सितंबर में यह आंकड़ा 93.54 डॉलर (करीब 7780 रुपये) और अक्टूबर में 90.08 (करीब 7492 रुपये) डॉलर था। वहीं, वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कच्चे तेल की औसत कीमत 93.15 (करीब7748 रुपये) डॉलर प्रति बैरल थी।
बता दें कि 6 अप्रैल 2022 से पेट्रोल-डीजल की रिफाइनरी से पहले की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहीं, 22 मई 2022 को केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 8 रुपये और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में छह रुपये प्रति लीटर की कमी की थी। उल्लेखनीय है कि अगले साल लोकसभा चुनाव भी हैं और केंद्र सरकार विपक्ष को महंगाई के मुद्दे पर घेरने का मौका नहीं देना चाहती है।
कौन उठाएगा भार?
बाजार के जानकार ने नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर और उससे नीचे पर काफी समय से है. वहीं रूस से कच्चा तेल लेकर ऑयल कंपनियों को काफी फायदा हो चुका है. साथ ही इन कंपनियों के शेयरों में तेजी की वजह से वैल्यूएशन में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है. ऐसे में सरकार ऑयल कंपनियों से पेट्रोल और डीजल सस्ता करने के लिए कहेगी. सरकार अपनी ओर से टैक्स में किसी तरह की कटौती नहीं करेगी. इसका मतलब है कि ऑयल कंपनियों डेली कटौती कर पेट्रोल और डीजल को सस्ता करेंगी.
पिछले साल ऑयल कंपनियां घाटे में थी. लेकिन रूस से सस्ता तेल खरीदकर और पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती ना कंपनियों को पहले फायदे में लाया गया. बीती तीन तिमाहियों के नतीजे साफ कहते हैं कि ऑयल कंपनियों को जबरदस्त फायदा हुआ है. पेट्रोल और डीजल से कंपनियां काफी फायदा कमा रही है. जिसकी वजह से कंपनियों के शेयरों में भी तेजी देखने को मिल रही है.
क्या कहते हैं जानकार
एचडीएफसी सिक्योरिटी के करेंसी कमोडिटी हेड अनुज गुप्ता ने टीवी9 डिजिटल से बात करते हुए कहा कि जैसा की करीब एक महीने से इसी बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि पेट्रोल और डीजल की कीमत में 10 रुपए प्रति लीटर की गिरावट देखने को मिल सकती है. इसका प्रमुख कारण कच्चे तेल की कीमत में गिरावट है. दिसंबर के महीने में लाल सागर की समस्या आने के बाद भी कच्चे तेल की कीमत में ज्यादा उछाल देखने को नहीं मिला. कच्चे तेल के औसत दाम 75 डॉलर प्रति बैरल के आस पास ही बने रहे. जिसे सरकार की ओर लगातार ऑब्जर्व किया जा रहा था. अब सरकार इसका फायदा आम लोगों को देने जा रही है.
आखिरी बार कब हुआ था बदलाव
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में बदलाव काफी दिनों से देखने को नहीं मिला है. देश के महानगरों में आखिरी बार पेट्रोल और डीजल की कीमत में 21 मई के दिन बदलाव देखने को मिला था. उस वक्त देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में टैक्स को कम किया था. उसके बाद कुछ प्रदेशों ने वैट को कम या बढ़ाकर कीमतों को प्रभावित करने का प्रयास किया था. दिलचस्प बात ये है कि जब से देश में इंटरनेशनल मार्केट के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की कीमत में रोज बदलाव होने की शुरुआत हुई है, तब से यह पहला मौका है जब पेट्रोलियम कंपनियों ने रिकॉर्ड टाइमलाइन के दौरान कोई बदलाव नहीं हुआ है.
देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत
- नई दिल्ली: पेट्रोल रेट: 96.72 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.62 रुपए प्रति लीटर
- कोलकाता: पेट्रोल रेट: 106.03 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.76 रुपए प्रति लीटर
- मुंबई: पेट्रोल रेट: 106.31 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 94.27 रुपए प्रति लीटर
- चेन्नई: पेट्रोल रेट: 102.63 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 94.24 रुपए प्रति लीटर
- बेंगलुरु: पेट्रोल रेट: 101.94 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.89 रुपए प्रति लीटर
- चंडीगढ़: पेट्रोल रेट: 96.20 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 84.26 रुपए प्रति लीटर
- गुरुग्राम: पेट्रोल रेट: 97.18 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 90.05 रुपए प्रति लीटर
- लखनऊ: पेट्रोल रेट: 96.57 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.76 रुपए प्रति लीटर
- नोएडा: पेट्रोल रेट: 96.79 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.96 रुपए प्रति लीटर