दिल्ली शराब कांड में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने एक बार फिर समन भेजा है और 18 जनवरी को पूछताछ में शामिल होने के लिए बुलाया गया है. अरविंद केजरीवाल को मिला यह चौथा समन है. इससे पहले अरविंद केजरीवाल को तीन समन जारी किए जा चुके हैं और वह एक बार भी एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं.
अरविंद केजरीवाल को तीसरा समन 3 जनवरी के लिए भेजा गया था. ईडी ने नोटिस जारी कर पूछताछ में शामिल होने के लिए कहा था मगर केजरीवाल ने इग्नोर कर दिया था. प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से दिल्ली शराब घोटाला केस के मामले में पूछताछ करना चाहता है. अरविंद केजरीवाल ने अब तक मिल चुके तीनों समन को इग्नोर किया है और आरोप लगाया है कि ईडी का नोटिस गैर कानूनी है.
ED के 3 समन पर पेश नहीं हुए केरीवाल
केजरीवाल इससे पहले भी दो नवंबर, 21 दिसंबर और फिर 3 जनवरी को ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे. केजरीवाल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार उन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकने के लिए गिरफ्तार करना चाहती है.
ईडी के तीसरे समन पर अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा था
बीते दिनों भी ईडी की ओर जारी समन पर आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उसके सामने पेश होने से इनकार कर दिया था और यह भी कहा था कि एजेंसी का दृष्टिकोण कानून, समानता या न्याय की कसौटी पर खरा नहीं उतर सकता है और ईडी की यह ‘जिद’ ‘जज, जूरी और जल्लाद’ की भूमिका निभाने के समान है. उन्होंने कहा, “मेरे वकीलों ने मुझे बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन गैरकानूनी हैं. भाजपा मुझे लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकने के लिए गिरफ्तार करना चाहती है.”
दो समन कब-कब
अरविंद केजरीवाल को इससे पहले समन जारी कर पिछले साल दो नवंबर और 21 दिसंबर और इस साल तीन जनवरी को जांच में शामिल होने के लिए कहा गया था. अरविंद केजरीवाल को इससे पहले समन जारी कर पिछले साल दो नवंबर और 21 दिसंबर और इस साल तीन जनवरी को जांच में शामिल होने के लिए कहा गया था. पहले समन में तो अरविंद केजरीवाल चुनावी सभा के लिए चले गए थे और दूसरे के दौरान विपश्यना के लिए.
केजरीवाल ने ईडी से पूछा सवाल
बता दें कि दिल्ली शराब घोटाले में ईडी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को 3 समन दे चुकी है और अब चौथी बार समन जारी किया गया है। पहले के तीन बार समन जारी होने के बावजूद वो ईडी के सामने हाजिर नहीं हुए थे। ईडी का आरोप है कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल ने घोटाले के 338 करोड़ रुपये गोवा चुनाव में खर्च किए हैं। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी ईडी को आम आदमी पार्टी की लीडरशिप से सवाल पूछने को कहा है। केजरीवाल ने ईडी को चिट्ठी लिखकर बीते दिनों कहा था कि ED का व्यवहार मनमाना और गैर पारदर्शी है। केजरीवाल ने पूछा है कि उनको समन भेजकर बुलाने की वजह क्या है। इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा है कि समन का उद्देश्य जांच है या मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करना है।
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तार की आशंका
बता दें कि बीते दिनों आम आदमी पार्टी की तरफ से आशंका जताई जा रही थी कि प्रवर्तन निदेशालय अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती है। आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं ने केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका जताई थी। आप की नेता और मंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा था। अपने पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘ये खबरे आ रही हैं कि ईडी सुबह अरविंद केजरीवाल के घर पर छापा मार सकती है। उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।’ इसी के बाद दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी एक ट्वीट किया। अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा कि सुनने में आ रहा है कि कल सुबह मुख्यमंत्री केजरीवाल जी के घर ईडी पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार करने वाली है।
क्या है दिल्ली शराब घोटाल केस
दरअसल, कथित दिल्ली शराब घोटाला 2021-22 में आबकारी नीति से संबंधित है. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इसे लागू किए जाने के संबंध में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी जिसके तुरंत बाद 2022 में आप सरकार ने इसे रद्द कर दिया था. इस मामले में मनीष सिसोदिया और संजय सिंह फिलहाल जेल में हैं. मनीष सिसोदिया को पिछले साल फरवरी में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था और बाद में उन्होंने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार में उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. वहीं, दिल्ली शराब घोटाला केस में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संजय सिंह को चार अक्टूबर को गिरफ्तार किया था.