प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को महात्मा गांधी की 76वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का बलिदान लोगों की सेवा करने और उनके दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए प्रेरित करता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज महात्मा गांधी की श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी आज सुबह राजघाट पहुंचे। यहां उन्होंने महात्मा गांधी को उनकी 76वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित कई अन्य लोग भी राजघाट पर मौजूद रहे। इन सभी लोगों ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी बापू को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बता दें कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 1948 में नाथूराम गोडसे ने आज के दिन ही हत्या कर दी थी।
पीएम मोदी पहुंचे राजघाट
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, पीएम मोदी ने कहा, “मैं पूज्य बापू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं उन सभी को भी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जो हमारे देश के लिए शहीद हुए हैं। उनका बलिदान हमें लोगों की सेवा करने और राष्ट्र के लिए उनके दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए प्रेरित करता है।”
I pay homage to Pujya Bapu on his Punya Tithi. I also pay homage to all those who have been martyred for our nation. Their sacrifices inspire us to serve the people and fulfil their vision for our nation.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 30, 2024
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी महात्मा गांधी की 76वीं पुण्यतिथि पर राजघाट पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
#WATCH दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महात्मा गांधी को उनकी 76वीं पुण्य तिथि पर राजघाट पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। pic.twitter.com/DK2GwMBGVq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 30, 2024
अमित शाह ने दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर महात्मा गांधी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लिखा, “सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर देशवासियों के दिलों में स्वदेशी की भावना जागृत करने वाले महात्मा गांधी जी की पुण्य तिथि पर उन्हें शत्-शत् नमन। गांधी जी के शांति और सद्भाव के संदेश आज भी प्रासंगिक हैं और उनके विचार हमेशा देशवासियों को राष्ट्र के प्रति बलिदान देने और समर्पित होने के लिए प्रेरित करें।”
सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर देशवासियों के दिलों में स्वदेशी की भावना जगाने वाले महात्मा गाँधी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन।
गाँधी जी के शांति और सद्भाव के संदेश आज भी प्रासंगिक हैं और उनके विचार देशवासियों को राष्ट्र के लिए त्याग व समर्पण की प्रेरणा देते रहेंगे। pic.twitter.com/WmiLImRxRP
— Amit Shah (@AmitShah) January 30, 2024
‘बापू के रास्ते हर युग में प्रासंगिक है’
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि बापू के दिखाए रास्ते हर युग में प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा, “स्वदेशी और स्वावलंबन के माध्यम से भारत की आजादी का मार्ग प्रशस्त करने वाले, सत्य और अहिंसा के पुजारी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। बापू के दिखाए रास्ते हर युग में प्रासंगिक हैं। उनके आदर्श और विचार हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।”
सत्य व अहिंसा के पुजारी, स्वदेशी और स्वावलंबन से भारत की स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर शत-शत नमन करता हूँ।
बापू के दिखाए मार्ग हर युग में प्रासंगिक हैं। उनके आदर्श व विचार सदैव हमें प्रेरणा प्रदान करते रहेंगे।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) January 30, 2024
राजनाथ सिंह ने किया याद
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संदेश में कहा, “मैं पूज्य बापू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। राष्ट्र उनके योगदान के लिए हमेशा आभारी रहेगा। साथ ही, इस दिन, हम उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने राष्ट्र सेवा में अपना जीवन लगा दिया।”
I pay homage to Pujya Bapu on his Punyatithi. The nation will always remain grateful for his contributions. Also, on this day, we pay our tributes to all those who laid down their lives in service to the nation.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) January 30, 2024
भारत हर साल 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि मनाने और देश की आजादी में उनके योगदान का सम्मान करने के लिए शहीद दिवस मनाता है। भारत की आजादी के कुछ महीनों बाद 30 जनवरी, 1948 को बिड़ला के घर में गांधी स्मृति में नाथूराम गोडसे द्वारा महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी।
आज के दिन हुई थी हत्या
अहिंसा को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाकर अंग्रेजों को देश से बाहर का रास्ता दिखाने वाले महात्मा गांधी खुद हिंसा का शिकार हुए। वह उस दिन भी रोज की तरह शाम की प्रार्थना के लिए जा रहे थे। उसी समय गोडसे ने उन्हें बहुत करीब से गोली मारी और साबरमती का संत ‘हे राम’ कहकर दुनिया से विदा हो गया। अपने जीवनकाल में अपने विचारों और सिद्धांतों के कारण चर्चित रहे मोहन दास करमचंद गांधी का नाम दुनियाभर में सम्मान से लिया जाता है।