देश में जल्द ही लोकसभा चुनाव होने हैं.आगामी आम चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है. तीन मार्च को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की अगली बैठक होनी है. इस बैठक में सभी कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और राज्य मंत्री शामिल होंगे. चुनाव के ऐलान से ठीक पहले होने वाली यह मंत्रिपरिषद की बैठक काफ़ी अहम मानी जा रही है. सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी सत्ता में वापसी के लिए पूरी तरह से आश्वस्त हैं. यही वजह है कि उन्होंने मंत्रियों को आगे की योजना बनाने का निर्देश दिया है. चुनाव के दौरान सरकार का काम धीमा न हो, इसके लिए बड़ा संदेश दिया गया है.
PM ने मंत्रियों से मांगा एक्शन प्लान
बुधवार को मोदी कैबिनेट की अहम बैठक हुई. इस दौरान पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों से अगले 100 दिनों एक्शन प्लान मांगा. इसके साथ ही पीएम मोदी ने मंत्रियों को अगले पांच साल का रोडमैप भी देने को कहा. बैठक में पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों से मांगी गई जानकारी कैबिनेट सचिवालय में भेजने के निर्देश दिए. प्रधानमंत्री ने साफ-साफ कहा कि कौन मंत्री रिपीट होगा या नहीं होगा, ये सोचे बिना सभी मंत्री अपने-अपने आइडिया, एक्शन प्लान और रोडमैप भेजें.
लोकसभा चुनाव में फिर से जीत को लेकर आश्वस्त
बीजेपी लगातार लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीत का दावा कर रही है. नहीं पीएम मोदी भी सत्ता में फिर से वापसी को लेकर आश्वस्त हैं, इसीलिए उन्होंने मंत्रियों से अगले पांच साल का रोड मैप और 100 दिन का एक्शन प्लान एडवांस में मांग लिया है, ताकि तुनाव के समय में भी सरकार के कामकाज की गति पर कोई असर न पड़े.
पीएम मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को भी दिया टारगेट
पीएम मोदी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में टारगेट सेट करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की थी कि वे अगले 100 दिनों तक अपने क्षेत्र में हर वोटर के पास जाएं और सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताएं. वहीं, कहा जा रहा है पीएम मोदी लोकसभा चुनाव की घोषणा से कुछ दिन पहले तीन मार्च को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं. ये बैठक चाणक्यपुरी डिप्लोमैटिक एन्क्लेव में सुषमा स्वराज भवन में हो सकती है.
दरअसल, पीएम प्रमुख नीतिगत मुद्दों पर चर्चा करने, तमाम पहलों के कार्यान्वयन पर फीडबैक हासिल करने और शासन के मामलों पर अपना दृष्टिकोण साझा करने के लिए समय-समय पर मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करते रहे हैं.
चुनाव आयोग ने राज्यों की तैयारियों की समीक्षा शुरू की
इधर, चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव कराने के लिए तमाम राज्यों की तैयारियों की समीक्षा शुरू कर दी है. अगले महीने किसी समय चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होने की उम्मीद जताई जा रही है. साल 2014 में चुनाव आयोग ने 5 मार्च को नौ चरणों वाले लोकसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा की थी और परिणाम 16 मई को घोषित किए गए थे. 2019 में 10 मार्च को सात चरण के लोकसभा चुनावों की घोषणा की थी और परिणाम 23 मई को घोषित किए गए थे.