पीएम मोदी से बृहस्पतिवार को मुलाकात करने के बाद भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात की है। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि भारत, भूटान के साथ अपनी बहुआयामी साझेदारी को बहुत महत्व देता है और बौद्ध धर्म की आध्यात्मिक विरासत दोनों देशों को जोड़ती है। राष्ट्रपति ने कहा कि भूटान एक विश्वसनीय मित्र और भागीदार के रूप में भारत पर भरोसा कर सकता है। भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने यहां राष्ट्रपति भवन में मुर्मू से मुलाकात की।
मुर्मू ने टोबगे का स्वागत करते हुए कहा कि भारत और भूटान के बीच घनिष्ठ और अद्वितीय संबंध हैं, जो सभी स्तरों पर आपसी विश्वास, सद्भावना और समझ पर आधारित हैं। उन्होंने इस बात की सराहना की कि टोबगे ने भूटान के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत को चुना। मुर्मू ने कहा कि बौद्ध धर्म की साझा आध्यात्मिक विरासत दोनों देशों को जोड़ती है।
#WATCH | Delhi: Bhutan Prime Minister Tshering Tobgay calls on President Droupadi Murmu at Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/yGR4VbbvaS
— ANI (@ANI) March 15, 2024
भूटान के साथ साझेदारी सौभाग्य की बात
राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, मुर्मू ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत, भूटान के साथ अपनी बहुआयामी साझेदारी को बहुत महत्व देता है, जो ऊर्जा सहयोग, विकास साझेदारी, लोगों के बीच आपसी संबंध और व्यापार एवं निवेश संबंधों जैसे क्षेत्रों में फैली है। मुर्मू ने कहा कि हिमालयी देश के लोगों की सामाजिक-आर्थिक भलाई एवं समृद्धि को बढ़ावा देने की दिशा में और सहयोग क्षेत्र के विकास में भूटान के साथ साझेदारी करना भारत के लिए सौभाग्य की बात है। मुर्मू ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की विकास साझेदारी भूटान की प्राथमिकताओं और खासकर युवाओं की आकांक्षाओं से तय होती रहेगी।