तीन देशों के 6 दिवसीय दौरे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लौट आए हैं। दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उनका जबर्दस्त स्वागत हुआ। इस दौरान अपने संबोधन में नई संसद के उद्घाटन समारोह पर राजनीति कर रहे विपक्षी दलों को प्रधानमंत्री ने घेरा। इसके बाद उन्होंने 25 मई 2023 की सुबह 11 बजे देहरादून से दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह उत्तराखंड को मिला पहला वंदे भारत है।
जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गए पीएम मोदी गुरुवार की सुबह 5.20 बजे पालम एयरपोर्ट पर उतरे। उनकी आगवानी करने को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई पार्टी नेता मौजूद थे। स्वागत समारोह के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि विदेशों में जाकर वे भारतीयों के पराक्रम का गीत गाते हैं। हिंदुस्तान के सामर्थ्य की बात करते हैं। उन्होंने कहा, “यात्रा के दौरान जितना समय मेरे पास था, उसका पल-पल मैंने देश की बात करने और देश की भलाई के लिए निर्णय लेने में उपयोग किया।”
संसद उद्घाटन समारोह के 19 विपक्षी दलों के बहिष्कार पर तंज कसते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “सिडनी में भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रीए पूर्व प्रधानमंत्री, सांसद, विपक्षी दलों के नेता भी शामिल थे। यह लोकतंत्र की ताकत है। उन सभी लोगों ने साथ मिलकर भारतीय समुदाय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया।”
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में जब दुनिया के बड़े और सामर्थ्यवान देशों ने घुटने टेक दिए तो भारत की वैक्सीन ने लोगों की जान बचाई। उन्होंने कहा कि जब वे पैसिफिक आइलैंड के देश (पापुआ न्यू गिनी) के नागरिकों से मिले तो हर कोई यह कहना चाहता था कि आपने जो वैक्सीन दी उसकी वजह से हम जिंदा हैं। पीएम ने देश के लोगों से भी अपनी संस्कृति और महान परंपरा के बारे में बात करने की अपील की। उन्होंने कहा, “जब मैं यह कहता हूँ कि हमारे तीर्थ क्षेत्रों पर हमले स्वीकार नहीं हैं तो दुनिया भी मेरे साथ खड़ी नजर आती है।”
स्वागत समारोह को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी संबोधित किया। उन्होंने पीएम के साथ अपने विदेश यात्रा का अनुभव सबके साथ साझा किया। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत को दुनिया किस नजर से देखती है, इसे समझने के लिए मैं आपको कुछ बातें बताता हूँ। पापुआ न्यू गिनी में जब पीएम मोदी अपने हवाई जहाज से उतरे तो वहाँ के पीएम जेम्स मराबे ने जिस तरह पीएम के पैर छुए और स्वागत किया यह तस्वीर पूरी दुनिया ने देखी।
एस जयशंकर ने कहा, “मैं आपको बताना चाहता हूँ कि उससे पहले पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री हमारे राजदूत से क्या बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं भारत के पीएम को केवल प्रधानमंत्री नहीं मानता। मेरे लिए वह एक अतिथि नहीं हैं। बल्कि मेरे लिए वह गुरु हैं, विश्वगुरु।” जयशंकर ने यह भी बताया कि ऑस्ट्रेलिया के पीएम द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को ‘द बॉस’ कहकर संबोधित करना उनके स्पीच का हिस्सा नहीं था। यह उनके मन से निकली बात थी। कार्यक्रम के बाद खुद पीएम एंथोनी अल्बानीज ने जयशंकर को इसके बारे में बताया था। विदेश मंत्री ने कहा, “पिछले 45 सालों से मैं विदेश मंत्रालय के लिए सेवाएँ दे रहा हूँ। लेकिन आज तक मैंने ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा।”