दिल्ली के श्रद्धा वॉकर हत्याकांड सुनते साथ आपको उस लड़की की तस्वीर याद आ जाती है जिसकी हत्या कर टुकड़े-टुकड़े कर दिए. उसके शरीर के टुकड़ों को फ्रिज में रख दिया गया. ये वीभत्स घटना दिल्ली की थी. जिसने भी इसके बारे में सुना यकीन नहीं हुआ. इसके लिए तो अपराध शब्द भी छोटा पड़ गया था. हैदराबाद से भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है. यहां एक महिला के शरीर के छह टुकड़े किए गए. दोनों करीब 15 साल से अवैध संबंध में थे. महिला और युवक लिव इन में ही रहते थे.
एक डंपिंग यार्ड में सफाई के दौरान महिला का सिर मिला. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस के भी हाथ पैर फूल गए. महिला के कटा सिस देखकर पुलिसवालों के पैरों के नीचे जमीन खिसक गई. पुलिस ने इसके बाद बाकी के अंगों की तलाश शुरू की. पुलिस ने खुलासा करने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पता चला है कि युवक और महिला के बीच अवैध संबंध थे. पुलिस जांच में सामने आया है कि ये हत्या पैसे के लिए की गई थी. आरोपी का नाम चंद्रमोहन है और पीड़िता का नाम अनुराधा रेड्डी.
पुलिस के मुताबिक आरोपी चंद्रमोहन को सात लाख रुपये अनुराधा को देने थे. इसी के कारण चंद्रमोहन और पीड़िता अनुराधा की लड़ाई हुई थी. पुलिस ने बताया कि चंद्रमोहन की अभी शादी नहीं हुई थी और अनुराधा के पति की मौत हो चुकी थी. पति की मौत के बाद घर चलाने की जिम्मेदारी के कारण अनुराधा एक अस्पताल में नर्स की नौकरी करने लगी. आरोपी चंद्रमोहन और अनुराधा बीते 15 सालों से अवैध संबंध में थे. चंद्रमोहन ने अनुराधा से सात लाख रुपये उधार लिए थे. ये पैसा 2018 को लिया गया था. अनुराधा कई बार अपने पैसे मांग चुकी थी. लेकिन आरोपी बार-बार इस बात को टाल देता था. इसके बाद अनुराधा अपने पैसों की मांग के लिए जिद पर अड़ गई.
चंद्रमोहन को अनुराधा का बार-बार पैसा मांगना नागवार गुजर रहा था. वो पैसा नहीं दे रहा था. आए दिन दोनों की लड़ाई इसी बात को लेकर होने लगी. चंद्रमोहन को लगा कि अब तो पैसा देना ही पड़ेगा. ये भी हो सकता है कि पीड़िता से धमकी दी हो कि अगर वो पैसे नहीं लौटाएगा तो वो पुलिस के पास जाएगी. शायद इसी बात से वो घबरा गया हो. 12 मई को स्थिति बिगड़ गई. दोनों के बीच में लड़ाई इतनी बढ़ गई की चंद्रमोहन ने अनुराधा की चाकू गोदकर हत्या कर दी.
हत्या के बाद आरोपी भी घबराया हुआ था. उसने लाश को ठिकाने लगाने की सोची. फिर वो बाजार से छोटे-छोटे पत्थर काटने वाले स्टोन कटर खरीदा. इससे सिर से पैर तक शव के छह टुकड़े कर दिए. पैर और हाथ को फ्रिज में अलग से रखा. बाकी शरीर के पार्ट्स को एक सूटकेस में भरकर रखा. 15 मई को उसने अनुराधा का सिर मूसी नदी में फेंक दिया. शरीर के पार्ट्स से बदबू आने लगी थी. स्मेल रोकने के लिए अगरबत्ती, फिनायल, परफ्यूम का इस्तेमाल किया.
इसके बारे में किसी को कोई खबर नहीं हुई. 17 मई को मूसी नदी के पास कई स्थानीय मजदूर काम कर रहे थे. उनको महिला का कटा हुआ सिर दिखा. उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस के अधिकारी घटना स्थल पहुंचे. पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और आरोपी की जांच में जुटी. सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. हत्यारे का राज इससे खुलता चला गया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.