बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद से हिंसा का दौर जारी है। देश में हिंदू अल्पसंख्यकों को जमकर निशाना बनाया गया है जिसपर दुनिया भर से प्रतिक्रिया सामने आ रही है। पीएम मोदी ने भी स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से बांग्लादेश के हालात का जिक्र किया था। अब बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने पीएम मोदी को फोन किया है। पीएम मोदी ने खुद इस बात की जानकारी दी है।
दोनों नेताओं में क्या बात हुई?
पीएम नरेंद्र मोदी ने जानकारी दी है कि उन्हें प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस का फोन आया। दोनों नेताओं ने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत ने लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील बांग्लादेश के लिए भारत का समर्थन दोहराया। पीएम मोदी ने बताया है कि मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
Received a telephone call from Professor Muhammad Yunus, @ChiefAdviserGoB. Exchanged views on the prevailing situation. Reiterated India's support for a democratic, stable, peaceful and progressive Bangladesh. He assured protection, safety and security of Hindus and all…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2024
पीएम मोदी ने लाल किले से क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से बांग्लादेश का जिक्र किया था। पीएम मोदी ने उम्मीद जताई थी कि हिंसा प्रभावित बांग्लादेश में हालात जल्द ही सामान्य होंगे। उन्होंने कहा था कि 140 करोड़ भारतीय पड़ोसी देश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा कि भारत शांति के लिए प्रतिबद्ध है और वह बांग्लादेश की विकास यात्रा में उसका शुभचिंतक बना रहेगा।
पहले भी यूनुस को संदेश दे चुके पीएम
बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के तख्तापलट और शेख हसीना के भारत आने के बाद आठ अगस्त को मोहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ ली थी। यूनुस के कार्यभार संभालने के बाद पीएम मोदी ने उन्हें शुभकामनाएं दी थी और बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया था।